लखनऊ- यूपी में कुशीनगर के बलकुड़िया गांव में शरारती तत्वों की ओर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान का मामला सामने आया है। यहां कुछ शरारती तत्वों ने ध्वजदंड उखाड़कर तिरंगे की जगह हरा झंडा फहराने और गांव को छोटा पाकिस्तान बनाने की घोषणा कर दी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है।
युवकों की इस शरारत का वीडियो क्षेत्र में वायरल होने के बाद एक पक्ष की ओर से प्रकरण को मजाक करार देने की पूरी कोशिश की जा रही है। इसके बावजूद गांव में तनाव फैलने की आशंका है।
लेकिन पूरे प्रकरण में हैरानी की बात यह है कि एक सप्ताह गुजरने के बाद भी पुलिस को मामले की भनक तक नहीं लगी। वाकया बीते स्वतंत्रता दिवस की दोपहर का है। अब वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई और केस दर्ज करके चारों युवकों को हिरासत में ले लिया।
दरअसल, प्राथमिक विद्यालय बलकुड़िया में 15 अगस्त को ध्वजारोहण के उपरांत अध्यापक और शिक्षक अपने घर चले गए। दोपहर दो बजे के बाद गांव के कुछ युवक विद्यालय परिसर में पहुंचे और ध्वजारोहण की नकल उतारना शुरू कर दिया। इसके बाद एक युवक ने अचानक ध्वजदंड उखाड़ दिया और एक साथी को साक्षी मानते हुए तिरंगे के स्थान पर हरे रंग का झंडा फहराने की सौगंध लेने लगा।
हालांकि, किसी दूसरे साथी ने युवक को समझाने की कोशिश की, यहां तक कहा कि लोग जान जाएंगे तो मार डालेंगे, लेकिन खामोश होने की बजाय शरारती युवक ने दस दिनों में बलकुड़िया गांव को छोटा पाकिस्तान बनाने का भी ऐलान कर डाला।
हैरत की बात यह है कि स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है कि यह वाकया पांच बजे के बाद का है, क्योंकि पांच बजे उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को उतार दिया था। उनका कहना है कि झंडा कहां से आया यह भी जांच का विषय है।
राष्ट्रीय ध्वज का अपमान के दौरान मौजूद युवकों ने कई दिनों तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन वीडियो शेयर होने की वजह से धीरे-धीरे मामला चर्चा में आ गया। कुछ लोगों को माहौल में तल्खी की आशंका सताने लगी और शरारती तत्वों की करतूत को बचकानी और मजाक में की गई हरकत करार देने का सिलसिला शुरू हो गया।
इसके बावजूद गांव के लोग इस घटना की प्रतिक्रिया को लेकर सशंकित हैं। कोई अपना नाम उजागर नहीं करना चाहता है, लेकिन तिरंगे के अपमान से सभी क्षुब्ध हैं। कुछ लोगों ने नेबुआ नौरंगिया थानाध्यक्ष को तहरीर सौंपकर आरोपी युवकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल, पुलिस ने चारों आरोपियों पर केस दर्ज करके उन्हें हिरासत में ले लिया है, लेकिन पुलिस के आला अधिकारी इस गंभीर मसले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। [एजेंसी]