सिवनी- देश में इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के परिणाम स्वरूप लाखो युवा इसका उपयोग शिक्षा एवं व्यापार के लिए करने लगे वही अनेको बार यही माध्यम साम्प्रदयिक माहौल व जातिवाद जैसी घटनाओ को अंजाम देने में उपयोग हुआ हालाकि हर माध्यम का उपयोग के साथ दुरूपयोग भी मानव स्वभाव का हिस्सा है, इसी माध्यम का उपयोग सिवनी मुख्यालय के युवाओ ने रक्त की कमी से जूझ रहे है। आम नागरिको को समय पर मुफ्त रक्त उपलब्ध करवाने के लिया किया।
नगर के युवा शुभम शर्मा द्वारा नवम्बर 2015 में स्वयं के व्यय पर बनाई गई वेब साइड सिवनी ब्लड डोनर्स (www.seoniblooddonors.in) अब एक मिशाल बन चुकी है। शुभम शर्मा ने बतया की आंरभ में उन्हे रक्त उपलब्ध कराने के दौरान अनेक परेशानियो का सामना करना पड़ा। लेकिन मानव सेवा के जज्बे को सामने रख 21 वर्षीय यह युवा लगातर प्रयास करता चला गया।
रक्तदाताओं के द्वारा किये गये सहयोग के बाद धीरे धीरे इसके दोस्त भी इस पुनीत कार्य में जुढते चले गये मुख्यतः वेबसाईअ का प्रयोग ऐसे मरीजो को जरूरत पडने पर रक्त उपलब्ध कराने के लिये किया जाने लगा जिन्हे ब्लड बैंक सिवनी में उपयुक्त ब्लड ग्रुप का रक्त नही मिल पाता है
ये है सहयोगी
हर्षित शर्मा 19 वर्ष पी.जी.कालेज
प्रभांष सोनी 21 वर्ष,आई टी आई
अभिषेक बघेल 20 वर्ष, आई टी आई
योगेष तेकाम 21 वर्ष, स्नातक
शुभम यादव 19 वर्ष, आई टी आई
राहुल वर्मा, 21 वर्ष, स्नातक
शुभम राकेश 21 वर्ष, स्नातक
गौरव भारती 21 वर्ष, स्नातक
272 युवा है पुजीकृत
सिवनी ब्लड डोनर्स वेबसाईट आरंभ होने के बाद वाब्सएप्प एवं फेसबुक के माध्यम से आम नागरिाको को यह जानकारी मिलने लगी की इस साईट का उपयोग बिना किसी आर्थिक लाळा के केवल रक्तदान के लिये हो रहा है तो 272 युवाओं,छात्राओ एवं आम नागरिको ने अपना नाम अधिकृत रूप् से पंजीकृत करवाया इनके सहयोग से ही यह प्रसयास पूरी गंभीरता के साथ हो सका
रक्तदाताओं का विशेष सहयोग
भले ही वैज्ञानिक चांद पर जाकर मानव जीवन को खोजने का प्रयास कर चुके हो लेकिन आज भी खून का निर्माण होना संभव नही हो सका है ऐसे में इस वेबसाईट को जन कल्याण के लिये मूर्त रूप् देने में उन 180 रक्तदाताओ का विशेष सहयोग रहा जिन्होने दिन्दवाड़ा पलारी घंसोर और इन्य क्षेत्रो से आकर अपना बहुमूल्य समय रक्तदान के लिये दिया उनके बिना यह प्रयास कभी भी सफल नही हो पाता।
बन्द कराया रक्त का कारोबार
यहा बता दे की इस दौरान बलड़ डोनर्स टीम को ब्लड बैंक में सक्रिय रक्त के विक्रय के रेकेट का भी सामना करना पड़ा 2000 हजार प्रति यूनीट में गरीब व् मजबूर लोगो को खून बेचने वाले कई बार हाथापाई पर भी उतारू हुए लेकिन मन का विश्वास एवम् किसी भी स्थिति में जरूरत मदो की मदद का जजबा युवाओ ने कम नही होने दिया नगर निरिक्षक शैलेश मिश्रा के सहयोग से ऐसे तत्वो की पहचान की गया जो खून विक्रय के इस काले कारोबार में वर्शा से सक्रिय थे आज की स्थिती में ब्लड बैंक सिवनी ऐसे कारनामें करने वाले त्त्वो से लग भग सुरक्षित हो चुका है शुभम एवँम सिवनी ब्लड डोनर टीम को इस दैरान ब्लड बैंक के कर्मियो ने भी पूर्ण सहयोग किया।
अन्य जिलो में भी उपलब्ध हुआ रक्त
इन्टरनेट के माध्यम से म.प्र. सहित अन्य प्रदेशो में संचालित रक्तदान से जुडी संस्थाअें का सहयोग भी ब्लड डोनर्स टीम द्वारा समय समय पर लिया गया जिसका सार्थक परिणाम उस समय सामने आया जब सिवनी जिले के मरीजो को चैन्नई जबलपुर नागपुर जैसे महानगरो में भी अति गंभीर स्थिती में सूचना मिलते ही स्थानीय लोगो ने ही रक्त उपलब्ध कराया।
बेहतर है प्रयासः इंदिरा गांधी जिला चिकित्साय में संचालित ब्लड बैंक प्रभारी डाॅ हर्षवर्धन जैन का मानना है कि गत कुछ माह से सिवनी ब्लड डोनर्स टीम द्वारा किये गये प्रयास से अब रक्त की कमी होते ही ऐसे मरीजो को भी खून उपलब्ध हो रहा है , जिन ग्रुपो की कमी ब्लड बैंक में बनी रहती थी।