लखनऊ- हाजी अली दरगाह में महिलाओं के प्रवेश को लेकर भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई की मुहीम पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हर धर्म के अपने रिवाज होते हैं और उसमें हस्तक्षेप करना सही नहीं है। मायावती ने कहा कि हाजी अली का मामला धर्म से संबंधित है इसलिए धर्मगुरुओं को ही इस पर फैसला लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हर धर्म के अपने रिवाज हैं और उसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यह मामला उस धर्म के धर्मगुरुओं के ऊपर छोड़ देना चाहिए।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि महिलाओं को बराबरी तो मिलनी चाहिए लेकिन बराबरी मांगने का तरीका ठीक होना चाहिए।
ज्ञात हो कि शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को एंट्री दिलाने के बाद भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने अब मुंबई की हाजी अली दरगाह का रुख किया है ! मुस्लिम महिलाओं को दरगाह में इबादत का समान हक दिलाने के लिए तृप्ति आज मुंबई दरगाह हाजी अली में जाने को तैयार हैं ! उनके इस कदम के विरोध में एमआईएम और दूसरे धार्मिक संगठन एक साथ हो गए हैं !
आपको बता दें कि मुस्लिम धर्मगुरु भूमाता ब्रिगेड की इस मुहिम से खासे नाराज हैं। मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार सबको है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि जिस भी धर्म के कायदे हैं उसको नही मानेंगे। हमें ये नियम मानने चाहिए। किसी भी इबादतगाह के नियम होते हैं और उनको मानना चाहिए। ये हमारी गंगा जमनी तहज़ीब के लिए खतरनाक है।