इस्तांबुल– तुर्की में इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे पर मंगलवार रात बम हमले हुए, जिसमें 36 लोगों की मौत हो गई और अन्य 150 लोग घायल हो गए। तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने बुधवार को इसके लिए आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को जिम्मेदार ठहराया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बिनाली ने हवाईअड्डे पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमलों को तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया। उन सभी ने स्वयं को उड़ा दिया।
अंग्रेजी चैनल ‘सीएनएन’ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि लक्ष्य और तरीके को देखकर लगता है कि यह आईएस का किया धरा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एरदोगन ने कहा है कि यह हमला आतंकवादी संगठनों के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का निर्णायक मोड़ बनना चाहिए। इससे पूर्व तुर्की के न्याय मंत्री बेकिर बोजदग ने अंकारा में कहा कि एक आतंकवादी ने हवाईअड्डे पर कलाशनिकोव (रूसी मशीनगन) से गोलियां बरसाईं और उसके बाद स्वयं को उड़ा दिया।
यिलदिरिम ने बताया कि पीड़ितों में कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं । कई घायलों को मामूली चोटें आई हैं लेकिन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। तुर्की के एक अन्य अधिकारी ने सरकारी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि दो हमलावरों ने पुलिस की गोलीबारी के बाद अंतरराष्ट्रीय आगमन टर्मिनल के प्रवेश पर विस्फोट किया जबकि तीसरे हमलावर ने पार्किंग स्थल पर स्वयं को उड़ा लिया।
अधिकारी ने गृह मंत्रालय की जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी हमलावर टर्मिनल के प्रवेश पर सुरक्षा जांच से बचकर नहीं निकल सका। तुर्की के हवाईअड्डों पर टर्मिलन इमारतों के प्रवेश और इसके बाद प्रस्थान द्वार में प्रवेश से पहले सुरक्षा जांच होती है।
हमले के बाद हवाईअड्डे के चारों ओर की सड़कों को नियमित यातायात के लिए बंद कर दिया गया और कई एंबुलैंस वाहनों को वहां आते-जाते देखा गया । तुर्की पर हालिया महीनों में इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों या कुर्द विद्रोहियों ने कई विस्फोट किए हैं।
प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने एक संकट डेस्क बनाने का आदेश दे दिया है। तुर्किश रेड क्रेसन्ट (मानवीय संगठन) के प्रमुख केरेम किनिक ने रक्तदान की अपील की है। [एजेंसी]