इंदौर- मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में स्वयं सिद्धा महिला को-ऑपरेटिव बैंक में आयकर विभाग की जांच पूरी हो गई। जांच में करीब एक हजार बैंक खातों के संदिग्ध होने का संदेह हैं, जिनमें नोटबंदी के बाद पुराने नोटों में राशि डिपॉजिट हुई है।
आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग की टीम ने शुक्रवार दोपहर को जांच शुरू की थी। दो दिनों की कार्रवाई में बैंक ने सभी खाताधारकों का रिकॉर्ड जब्त कर लिया हैं।
बताया जा रहा है कि करीब एक हजार खाते संदिग्ध लग रहे हैं। नोटबंदी के बाद इन खातों में संदिग्ध राशि 10 करोड़ से ज्यादा होने की बात सामने आ रही है।
बड़ी तादाद में नये खाते खोले गये
सहकारी बैंक में बड़ी तादाद में नये खाते खोले गये। इन खातों के जरिये 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को सहकारी बैंक में जमा कराया गया। आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग ने इस सहकारी बैंक का सर्वेक्षण शुरू किया है। बैंक का हिसाब-किताब जांचा जा रहा है। जांच पूरी होने में कुछ दिन लग सकते हैं।
शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनीस वर्ष 1995 में बैंक की संस्थापक अध्यक्ष रही हैं। फिलहाल उनकी भाभी अमृता मिश्रा बैंक की अध्यक्ष हैं।