मुरैना: अचानक आई पुलिस की गाड़ियां व भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर मोहल्लेवासी सकते में आ गए। तभी मोहल्ले में चर्चा हुई कि यहाँ एनकाउंटर इनकाउंटर होगा। देखते ही देखते हथियारों से लैश पुलिस के जवानों ने एक मकान को घेर लिया। पूरी कॉलोनी छावनी में तब्दील हो गई।
वहीं पुलिस के ADGP डीसी सागर ने सभी मोहल्लों वालों को घर के अंदर ही रहने का अनाउंस किया और साथ ही डकैत को आत्मसमर्पण करने के लिए ललकारा, लेकिन किसी की समझ में नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है?। बाद में पता चला कि यह डीडी न्यूज़ के कार्यक्रम शहादत के लिए खूंखार व लाखों के इनामी डकैत जगजीवन सिंह परिहार के एनकाउंटर पर आधारित शॉर्ट फ़िल्म की शूटिंग हो रही है, जिसमें सभी पुलिस वाले व हथियार असली हैं।
जानकारी के अनुसार मुरैना सिटी कोतवाली थाना इलाके के संजय कॉलोनी के एक गली में दोपहर 12 बजे अचानक MP Police की कई गाड़ियां पहुंचीं, जिनमें करीब पांच दर्जन मुरैना पुलिस के जवान हथियारों से लैश होकर निकले और उनके साथ जिले के अम्बाह थाना एसडीओपी आरकेएस राठौर थे।
इन सब का नेतृत्व कर रहे पुलिस एडीजीपी डीसी सागर सहित सभी जवान पुलिस की धूमिल छवि को सुधारने व पुलिस जवानों की शहादत को याद करने के लिए Jagjivan Singh Parihar Daku एनकाउंटर की शॉर्ट फ़िल्म की शूटिंग में व्यस्त थे।
रविवार रात 9 बजे प्रसारित होने वाले डीडी न्यूज़ के कार्यक्रम शहादत के लिए ऑल इंडिया से 13 ऐसे एनकाउंटर शामिल किए हैं, जो पुलिस की छवि व शहादत को यादगार बनाती है।
विदित हो कि 14 मार्च 2007 को मुरैना जिले के पोरसा थाना इलाके के गाव घड़ी बुधारा में 11 लाख के ईनामी कुख्यात डकैत जगजीवन परिहार का एनकाउंटर किया गया था। यह एनकाउंटर दो दिन चला था, जिसमें पुलिस टीआई वीरेंद्र भदौरिया शहीद व दूसरे टीआई केडी सोनकिया घायल हो गए थे। उस दौरान इस एनकाउंटर में एडीजीपी डीसी सागर भी एक टीम में थे।