खंडवा – इंदौर प्रेस क्लब द्वारा खण्डवा के वरिष्ठ पत्रकार जय नागड़ा को पत्रकारिता के श्रेष्ठ मापदंडो के लिए सम्मानित किया गया। रविन्द्र नाट्य गृह में आयोजित दो दिवसीय भाषाई पत्रकारिता महोत्सव के समापन समारोह में प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय,नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने प्रखर संत उत्तम स्वामी महाराज की उपस्थिति में श्री नागड़ा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर न्यूज़ 24 चैनल की चेयर पर्सन सुश्री अनुराधा प्रसाद,हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक प्रताप सोमवंशी,वरिष्ठ पत्रकार आलोक श्रीवास्तव सहित अनेक वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।
30 -31 मई को आयोजित भाषाई पत्रकारिता महोत्सव के समापन समारोह में पारम्परिक बनाम सोशल मीडिया विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई।
इसका विषय प्रवर्तन करते हुए हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक प्रताप सोमवंशी ने कहा कि प्रिंट मीडिया के सामने चाहे कितनी भी चुनौतियां आ जाये उसकी प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी। सुश्री अनुराधा प्रसाद ने कहा कि मिडिया की जितनी भी विधाएँ आये उससे पत्रकारिता समृद्ध ही होती है। सोशल मिडिया में खबरे बहुत तेजी से फैलती है लेकिन कई बार उसकी विश्वसनीयता संदेह के दायरे में होती है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रिंट मिडिया लिखित दस्तावेज है जिसकी विश्वसनीयता आज भी सबसे ऊपर है।
इस समारोह में पत्रकारिता के श्रेष्ठ मापदंड बनाने वाले प्रदेश के प्रमुख पत्रकारों को सम्मानित किया गया। प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने कहा कि पहली बार अंचलो में लम्बे समय से अपनी उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले पत्रकारों को इस मंच से सम्मानित किया गया।।इसमें प्रमुख रूप से पूर्व निमाड़ अंचल से जय नागड़ा, थांदला के सुरेन्द्र कांकरिया,टांडा के राजेन्द्र जैन और उज्जैन के डॉ विवेक चौरसिया को सम्मानित किया गया।
विगत तीन दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय श्री नागड़ा न केवल प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में समान रूप से सक्रिय है बल्कि इण्डिया टुडे पत्रिका के माध्यम से राष्ट्रिय स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बनाये हुए है।
नईदुनिया में करीब दो दशक तक सुदीर्घ सेवाएं देने के साथ ही श्री नागड़ा वर्तमान में संवाद एजेंसी यूनीवार्ता,न्यूज़ चैनल आज तक और राष्ट्रिय पत्रिका इण्डिया टुडे के निमाड़ अंचल के संवाददाता है। प्रेस क्लब के महासचिव अरविन्द तिवारी का कहना है कि राहुल बारपुते, राजेंद्र माथुर और प्रभाष जोशी ने पत्रकारिता की जो समृद्ध विरासत छोड़ी है वह इन्ही हाथों में सुरक्षित भी है।