जय श्री राम का नारा लगाने वाले बिहार के मंत्री खुर्शीद अहमद ने अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध के बाद माफी मांग ली है। नारा लगाने के बाद उनके खिलाफ फतवा जारी हुआ था। खुर्शीद अहमद के खिलाफ ये फतवा ‘इमारत शरिया’ ने दिया था, जिसमें उन्होंने विधानसभा परिसर में जय श्री राम के नारे लगाए थे।
बिहार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने कहा कि मैंने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया। ऊपरवाला मेरे इरादों को जानता है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मेरा काम बोलता है कि मैं कौन हूं। अगर मुझे बिहार के लोगों के लिए विकास और सामंजस्य के लिए ‘जय श्री राम’ कहना पड़ता है तो मैं कभी इससे पीछे नहीं हटूंगा। बिहार के लिए मैं 100 बार ‘जय श्री राम’ बोलूंगा।
नीतीश कुमार के मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहा कि मैंने अगर ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया भी है, तो ये बिहार के लोगों के लिए, बिहार के विकास के लिए और आपसी भाईचारे के लिए था। मैंने नारे लगाने से कभी मना नहीं किया।
बिहार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने कहा कि मैं इमारत शरिया की इज्जत करता हूं। पर मेरे खिलाफ फतवा जारी करने से पहले उन्हें मेरी मंशा के बारे में पूछना चाहिए था। फिर इसमें डरने जैसी कोई बात भी नहीं है।
फतवा जारी करने वाले मुफ्ती सुहैल ए कासमी ने कहा कि उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाए। वो राम और रहीम दोनों को साथ लेकर चल रहे हैं, इस्लाम में ये स्वीकार्य नहीं है।
गौरतलब है कि बिहार में इमारत शरिया से खुर्शीद के खिलाफ फतवा जारी किया गया है। ये फतवा जय श्री राम का नारा लगाने पर जारी किया गया।