जैन मुनी विश्रांत सागर ने विवादित बयान देते हुए देश भर की लड़कियों को सामग्री बताया है और उन्हें संयमित रहने की सलाह दी है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि लड़कियों के खिलाफ अपराध की घटनाओं में 95 फीसदी गलती लड़कियों की होती है। सीकर जिला मुख्यलय पर चातुर्मास कर रहे जैन मुनि विश्रांत सागर ने बुधवार को पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के समय में लड़कियों को बेहद संभल कर चलने की जरुरत है क्योंकि लड़कियों को अपने पीहर पक्ष और ससुराल पक्ष दोनों की इज्ज़त बचा कर रखनी है ।
यही नहीं जैन मुनि ने लड़कियों को सामग्री बताया। उन्होंने कहा की आज के समय में लड़कियों को पाश्चात्य संस्क्रति के बहकावे में नही आकर, संस्कार के साथ शिक्षा ग्रहण करनी चाहिये। उन्होंने अब लड़कियों को बेहद संभल कर चलने की जरूरत है।
जैन मुनि तरुण सागर तो काफी बार सुर्खियों में रहे हैं लेकिन अब विश्रांत सागर भी अपने इस विवादित बयान के चलते चर्चा में आए हैं। उन्होंने समाज में बढ़ रहे अपराधों के लिए देश की लड़कियों को ही जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा लड़कियां ससुराल और मायके दोनों की इज्जत का खयाल रखना चाहिए। जैन मुनि ने कहा कि आज के समय में लड़कियों को पाश्चात्य संस्कृति के बहकावे में नहीं आकर, संस्कार के साथ शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने लड़कियों को सामग्री भी बताया।
हालांकि अब तक महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को लेकर कई नेता भी उनकी लाइफस्टाइल को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं और अब एक साधु ने महिलाओं पर सवालिया निशान खड़ा किया है। अपने इस बयान के बाद जैन मुनि आलोचना का शिकार हो रहे हैं।