खंडवा -खंडवा जिले के ग्राम घोगलगाँव में जारी जल सत्याग्रह के दौरान आज पानी में खड़े होकर अम्बेडकर जयंती मनाई गयी जिसमे सैकड़ों महिला पुरुषों ने भाग लिया। जल सत्याग्रह में शामिल आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक व् नर्मदा आन्दोलन के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता आलोक अग्रवाल ने कहा क़ि अम्बेडकरजी द्वारा लिखे गए भारतीय संविधान में अनुच्छेद 21 में वर्णित जीने का अधिकार सबसे बड़ा अधिकार है और बिना पुनर्वास पानी भरना इस अधिकार का खुला उल्लंघन है। इसीलिए हम जल सत्याग्रह कर इस अधिकार की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं। इस प्रकार शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार भी हमें संविधान के अनुच्छेद 19 से मिला है।
नर्मदा आन्दोलन की संयोजक चित्तरूपा पालित ने कहा कि अम्बेडकर जी ने जाति भेद के खिलाफ लम्बा संघर्ष किया। संविधान का अनुच्छेद 14 भी जाति, धर्म, लिंग सभी के आधार पर समानता स्थापित करता है। हमारा संविधान सभी के बीच मैत्री और भाईचारे का सन्देश देता है। हमें उनके सपनो को साकार करना चाहिए।
जल सत्याग्रह स्थल पर ग्राम एखंड की दलित कार्यकर्त्ता कलाबाई ने आंबेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। सैकड़ों महिला पुरुषों ने पानी में खड़े होकर संकल्प लिया क़ि हम जाति, धर्म, लिंग के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे और सभी से प्रेम का व्यवहार करेंगे। घोगलगाँव में आज 4थे दिन जल सत्याग्रह जोर शोर से जारी रहा |
Madhya Pradesh khandwa Jal Satyagraha protest