संशोधित नागरिकता कानून(सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्रों ने चुनाव में सहयोग देते हुए सड़क खाली कर दी है।
छात्रों ने घोषणा की है कि 8 फरवरी को वोटिंग के दिन वह सड़क पर प्रदर्शन नहीं करेंगे। प्रदर्शन के दौरान वो माइक और नारों का इस्तेमाल भी नहीं करेंगे।
छात्रों ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ और दिल्ली पुलिस के बर्बरतापूर्ण हमलों के विरोध में उनका प्रदर्शन चौबीसों घंटे जारी है और आगे भी जारी रहेगा।
सरकार जब तक उनके मुद्दों पर उचित फैसले नहीं लेती, उनका प्रदर्शन बंद नहीं होगा। लेकिन लोकतंत्र और उससे जुड़े सभी आयोजनों में छात्र विश्वास रखते हैं, इसलिए मतदान के दिन वह इस अभियान का सहयोग करेंगे।
वोटिंग समाप्त होने के बाद जामिया के छात्र फिर से सड़क पर प्रदर्शन शुरू करेंगे। जामिया के छात्र कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में भी हिस्सा ले रहे थे, अब लोगों को बढ़-चढ़कर वोटिंग करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
छात्रों का मानना है कि जितनी अधिक संख्या में लोग घर से निकलकर वोटिंग करेंगे, दिल्ली में उतनी ही मजबूत सरकार बनेगी।