श्रीनगर- जम्मू एवं कश्मीर में आज अनंतनाग विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव के नतीजों का ऐलान कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती लगभग 12 हजार वोटों से जीत गई हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी हिलाल शाह अहमद को हराया। गौर हो कि इस चुनाव में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित आठ उम्मीदवार मैदान में थे। हालांकि, महबूबा की जीत तो पहले से ही सुनिश्चित माना जा रहा था।
जिला निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि चौथे दौर के बाद, महबूबा को 8,549 मत मिले। हिलाल अहमद शाह को 2,752 मत मिले हैं और नेशनल कांफ्रेंस के इफ्तिखार मिसगर को 9,526 मत मिले हैं।
इस उपचुनाव में अलगाववादियों और आतंकियों की तरफ से बहिष्कार करने के बावजूद करीब 34 फीसदी लोगों ने वोट डाले। हालांकि, पिछली बार की तुलना में 5 फीसदी वोटिंग कम हुई थी। ये मतगणना का काम यहां के सरकारी डिग्री कॉलेज में चल रहा है।
वहीं उपचुनाव की मतगणना कांग्रेस उम्मीदवार हिलाल अहमद शाह के इस आरोप के बाद आज रोक दी गई कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई। अधिकारियों ने बताया कि मतगणना उस समय 15 मिनट के लिए रोक दी गई जब शाह और उनके एजेंट मतगणना हॉल से बर्हिगमन कर गए।
जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद शाह ने कहा कि शाह ने आरोप लगाया कि कुछ ईवीएम में अनिवार्य सील नहीं थी और उन्हें मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को समर्थन देने की प्रक्रिया में बदला गया होगा।
अनंतनाग से चुनाव लड़ रहे आठ उम्मीदवारों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस के हिलाल अहमद शाह और नेशनल कांफ्रेंस के इफ्तिखार हुसैन मिसगर शामिल थे। इस उपचुनाव के लिए 22 जून को मतदान हुआ था जिसमें 84,000 में से 28,000 से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था। आतंकवादियों की ओर से मतदान के बहिष्कार की अपील के बावजूद बुधवार को मतदान में हिस्सा लिया।
तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद अनंतनाग में उपचुनाव जरूरी हो गए थे। इसके बाद 4 अप्रैल को महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसके बाद पीडीपी नेता के लिए यह जरूरी हो गया था कि वो विधानसभा का सदस्य बने। अनंतनाग विधानसभा महबूबा मुफ्ती के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद का विधानसभा क्षेत्र था जो उनके नई दिल्ली में सात जनवरी को हुए निधन के बाद से खाली था।