नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि राहुल गांधी को मैंने सूबे में आकर खुद स्थिति देख लेने की बात कही जरूर थी लेकिन उन्होंने मेरे निमंत्रण को एक कभी ना खत्म होने वाली प्रक्रिया बना दिया। मलिक ने कहा, मैंने राहुल गांधी को कहा था कि अगर आप हम पर विश्वास नहीं करते हैं तो आओ और खुद हालात को देख लो। बाद में उन्होंने कहा कि वो आएंगे और नजरबंद लोगों से, सेना के अधिकारियों से मिलेंगे। ऐसी शर्ते मैं नहीं मान सकता था, इसलिए चीजों को प्रशासन पर छोड़ा और पुलिस को जो ठीक लगा उन्होंने किया। रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली पहुंचे मलिक ने ये बातें कहीं।
कश्मीर की स्थिति को लेकर गवर्नर मलिक ने कहा, हमने अनुच्छेद 370 को खत्म किया है। आप देखिएगा हम आने वाले दिनों में कश्मीर के लोगों के लिए बहुत काम करेंगे। इससे हालात बदल जाएंगे। आने वाले दिनों हो विकास होगा उसे देखकर पीओके के लोग कहेंगे कि जिंदगी जीने के लिए जम्मू और कश्मीर सबसे बेहतरीन जगह है। सत्यपाल मलिक ने कहा, 370 के सूबे में हिंसा की बड़ी घटना नहीं हुई है और किसी की जान नहीं गई है। पोन वगैरह बंद होने पर उन्होंने कहा कि अगर इससे हिंसा को रोकने में मदद मिलती है तो इसमें कोई नुकसान नहीं है। हमारा रवैया है कि इंसानी जान नहीं जानी चाहिए।
बता दें कि ट्विटर पर राहुल गांधी ने कश्मीर के हालात को लेकर चिंता जाहिर की थी, जिस पर गवर्नर सत्यपाल मलिक ने सब ठीक होने की बात कहते हुए उन्हें आकर घाटी का दौरा करने का निमंत्रण दिया था। इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शनिवार दोपहर श्रीनगर पहुंचे थे। प्रशासन ने सभी नेताओं को एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया था और उनको जबरन वापस दिल्ली भेज दिया था। इस पर राहुल और दूसरे नेताओं ने मलिक को निशाने पर लेते हुए कहा था कि खुद ही बुलाया और अब इस तरह से वापस भेज दिया। राहुल ने नेताओं को शहर में ना जाने देने पर कहा था कि अगर हम एयरपोर्ट से नहीं निकल सकते तो साफ है कि सूबे में हालात ठीक नहीं हैं।