श्रीनगर- जम्मू एंड कश्मीर के श्रीनगर के हंदवाड़ा में 6 थाना क्षेत्रों मे कर्फ़्यू लगा दिया गया है ! 3 युवकों की मौत के विरोध में अलगाववादी संगठनों के बंद के मद्देनजर यह कर्फ़्यू लगाया गया है ! बता दें कि प्रदर्शन के दौरान सेना की फायरिंग में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। मृतकों की पहचान नईम कादिर बट और मोहम्मद इकबाल के रूप में हुई है। नईम का बड़ा भाई जम्मू कश्मीर पुलिस में है। जिसमें एक महिला राजा बेगम शामिल है। शेर-ए-कश्मीर मेडिकल कॉलेज में राजा बेगम को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। फायरिंग में मारे गए युवकों का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ है जिसकी वजह से घाटी का माहौल अशांत है। बताया जा रहा है कि मृतकों का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा।
हालांकि बैसाखी के मद्देनजर सिख समुदाय के लोगों को कर्फ्यू से छूट दी गयी है। कश्मीर घाटी में हंदवाडा में सुरक्षाबलों की फायरिंग में युवकों की मौत के खिलाफ कश्मीर घाटी में बंद असर सुबह सवेरे से ही नजर आया। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिकबलों केा तैनात कर दिया गया है। मीरवाईज मौलवी उमर फारुक और सैययद अली शाह गिलानी समेत सभी प्रमुख अलगाववादियों को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है।
इससे पहले मंगलवार को विवाद की शुरुआत कथिततौर पर एक सुरक्षाकर्मी द्वारा युवती की छेड़खानी से शुरू हुआ था। इसके बाद हिंसा पर उतारू भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को लाठियों और आंसू गैस के साथ फायरिंग का सहारा लेना पड़ा था। इसमें दो युवकों की मौत हो गई थी।
खबर अनुसार प्रदर्शन के दौरान उग्र लोगों ने सेना के बंकर पर पत्थरबाजी की और सेना के बंकरों को आग लगाने की कोशिश की थी जिसके बाद सेना ने जवाबी कार्यवाई करते हुए गोली चलाई जिसमें दो की मौत हो गई और दो अन्य जख्मी है।
हिंसक भीड़ ने सुरक्षाबलों का बंकर भी फूंक दिया है। हिंसक झढ़पों में सात सुरक्षाकर्मी भी गंभीर रुप से घायल हुए हैं। कश्मीर के आईजीपी एसजेएम गिलानी ने बताया कि लोगों का आरोप था कि सेना के जवानों ने युवती से छेड़खानी की थी। आरोप लगाने वाले विरोधियों की भीड़ ने बंकर पर कब्जा करने की कोशिश की तो, पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। अब हालात काबू में है। पूरे क्षेत्र में प्रशासन ने अघोषित कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। संबधित अधिकारियों ने कहा है कि धारा 144 को लागू किया गया है।