खंडवा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील पर पुरे देश के साथ साथ ही खंडवा में भी बंद रहा सुबह से ही शहर के सारे मार्केट बंद दिखे बता दें कि कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण बनी संकट की स्थिति के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर आज देश में सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ रहेगा। देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने की कमर कस ली है। जनता कर्फ्यू का असर बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक, पूरे देश में देखने को मिल रहा। देश के सभी राज्यों में सन्नाटा पसरा हुआ है।खंडवा में भी जनता कर्फ्यू का ऐतिहासिक असर देखने को मिल रहा है। लोग खुद ही अपने आप को घर मे रहकर देश के साथ खड़े है और कोरोना ववायरस से लड़ने के लिए एकजुट है। शहर के बाजार की मुख्य सड़कें तो विरान है, गलियों में भी कोई नहीं दिख रहा है। लोग अपने घर मे रहकर ही सामूहिक गीत ,संगीत और अंतक्षणि खेलकर समय का आनंद ले रहे है और कोरोना को हराने के लिए पीएम मोदी जी के साथ खड़े है।
प्रशासन ने एहतियातन कुछ पुलिस लगाई है बाकी सब कुछ सामान्य है। अस्पतालों में मरीजों की सामान्य जांच चल रही है। पुलिस वाले भी खुद को सेनीटाइज करने के लिए हाथ होते नजर आ रहे हैं। वह खुद भी नियमित हाथ धो रहे हैं और लोगों को भी हाथ धोने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इक्का-दुक्का मेडिकल और जरूरी सामान खरीदने की दुकानें खुली हैं लेकिन वहां भी लोगों की आवाजाही नहीं के बराबर है। कुल मिलाकर पूरा खंडवा शहर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश के साथ खड़ा नजर आ रहा है।
लोग परिवार के सदस्यों के साथ एक साथ बैठकर नाश्ता कर रहे है और घर मे ही संगीत सुनकर और गाकर कोरोना को हराने के लिए पूरे जोश से देश के साथ खड़े है। इनका मानना है कि आज अपने आप को नियंत्रित कर लिया तो निश्चित ही कोरोना पर विजय प्राप्त की जा सकती है।
जनता कर्फ्यू के एक दिन पहले ही लोगो ने जरुरत के सामान की खरीदी कर ली थी खण्डवा के बुधवारा बाजार स्थित सब्जी मंडी में सुबह से ही लोगो की भीड़ देखी गई थी । जनता कर्फ्यू के कारण जरूरत के समान खरीदने के लिए लोग एक दिन पहले ही बाजार में निकले थे।
भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 6 हो गया है। आज ही बिहार में पहली मौत और मुंबई में दूसरी मौत का मामला सामने आया है। अब तक भारत में करीब 332 लोग संक्रमित हो चुके हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या करीब 3 लाख हो चुकी है और लगभग 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
14 घंटे का जनता कर्फ्यू कहने को तो रविवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ, लेकिन देशभर से मिली तस्वीरों को देखकर लगा कि यह शनिवार से आहिस्ता-आहिस्ता चल रहा था। देश के तमाम राज्यों में लगभग लॉकडाउन है और सिवाय आवश्यक सेवाओं के सब कुछ बंद है। देश के इतिहास में संभवत: पहली बार ऐसा है कि जनता ने खुद पर कर्फ्यू के लिए तैयारी की और उस पर अमल भी कर रही है।