नई दिल्लीः खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर और उसके आस-पास के इलाकों में स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमले का अलर्ट जारी किया है। जानकारी के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद के आठ से 10 आतंकी जम्मू-कश्मीर और उसके आस-पास स्थित भारतीय वायुसेना के ठिकानों पर आत्मघाती हमला कर सकते हैं। खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद कई सैन्य प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद वायुसेना ने उत्तर भारत के अपने पांच एयरबेस श्रीनगर, अवंतिपोरा, जम्मू, पठानकोट और हिंडन एयरबेसों में हाईअलर्ट जारी कर दिया है। वायुसेना के बड़े अधिकारी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। संभावित खतरों से निपटने के लिए सेना, वायुसेना और स्थानीय पुलिस की मदद ली जा रही है।
पीएम मोदी और एनएसए डोभाल पर हमला करने के लिए विशेष दस्ता तैयार कर रहा जैश-ए-मोहम्मद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर हमला करने के लिए आतंकियों का एक विशेष दस्ता तैयार कर कर रहा है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का बदला लेने के लिए भारत में बड़ा हमला करने फिराक में है। जानकारी के अनुसार पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का एक अधिकारी भी इसमें जैश की मदद कर रहा है।
इस संबंध में जैश के आतंकी शमशेर वानी और उसके आका के बीच हुई लिखित बातचीत की जानकारी एक विदेशी खुफिया एजेंसी को मिली थी। जहां से यह जानकारी भारतीय खुफिया अधिकारियों को मिली। इस जानकारी के अनुसार आतंकी सितंबर में बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहे थे। जानकारी मिलते ही जम्मू, पठानकोट, जयपुर, गांधीनगर और लखनऊ समेत कुल 30 अतिसंवेदनशील शहरों में पुलिस को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
वहीं, एनएसए डोभाल की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की गई है। बता दें कि भारतीय सेना के उरी कैंप पर आतंकी हमले के बाद पाक सीमा में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में जैश के प्रशिक्षण शिविर पर एयर स्ट्राइक की रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। बालाकोट में जैश के ठिकाने पर भारतीय वायुसेना द्वारा हमला कर उसे तबाह कर दिए जाने के बाद से जैश-ए-मोहम्मद बौखलाया हुआ है।