झाबुआ- पेटलावद विस्फोट के मुख्य आरोपी राजेंद्र कांसवा की धरपकड़ के लिए कोशिशें तेज हो गई हैं। पुलिस की 22 टीमें सीमावर्ती गुजरात-राजस्थान व महाराष्ट्र में रिश्तेदारों के यहां कांसवा की तलाश कर रही हैं। सोमवार को कांसवा से जुड़े हर संबंधी, दोस्त व मिलने वाले 70 लोगों से पूछताछ की। रतलाम में भी लगातार दूसरे दिन उसके रिस्तेदार के यहां छापे मारे गए। इस बीच, कांसवा के नौकर के घर दी गई दबिश में 400 जिंदा जिलेटिन रॉड मिली है।
कांसवा की तलाश में इंदौर क्राइम ब्रांच के एएसपी विनय पॉल टेक्निकल जानकारी जुटाने वाली टीम को लीड कर रहे हैं। कांसवा के मोबाइल कॉल डिटेल और पीएसटीएन डाटा को क्राइम ब्रांच की टीम सर्च कर रही है, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस को उसके विदेश भागने की भी सूचना है, इसलिए तमाम एयरपोर्ट व इमीग्रेशन सेंटरों को भी उसके फोटो व पहचान ई-मेल के जरिए भेजकर अलर्ट किया है।
क्राइम ब्रांच ने रविवार देर रात तक कांसवा के कुछ करीबी रिश्तेदारों से पूछताछ की। एक रिश्तेदार से जानकारी मिली कि वह महाराष्ट्र में किसी धार्मिक स्थल पर जा सकता है। उस रिश्तेदार को लेकर एक टीम महाराष्ट्र भी रवाना हुई है। इसके अलावा नेपाल में जैन मुनि महाप्रवण जी के चातुर्मास में उसके पहुंचने की सूचना पर एक टीम वहां भी रवाना होगी। बताते हैं वह मुनिजी का खास शिष्य बनकर रहता था।
रविवार शाम 4.30 बजे कांसवा की मोबाइल लोकेशन रतलाम में मिली थी। इसके बाद उसके ट्रेन से दिल्ली या मुंबई जाने की अटकलें है। पुिलस ने इस दौरान स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों की भी जानकारी ली है। अब पुलिस स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों के उस समय के फुटेज निकालेगी। एसपी अविनाश शर्मा ने बताया झाबुआ पुलिस रतलाम आई थी। हम भी कांसवा की तलाश कर रहे हैं।
रतलाम पेटलावद ब्लास्ट के आरोपी राजेंद्र कांसवा के रतलाम में होने की सूचना पर झाबुआ पुलिस दो दिन से उसकी तलाश में दबिश दे रही है। सोमवार रात 10.45 बजे झाबुआ पुलिस ने बजाजखाना और गोशाला रोड पर दो रिश्तेदारों के यहां दबिश दी। औद्योगिक क्षेत्र टीआई राजेश चौहान ने बताया थांदला पुलिस की टीम के साथ गोशाला रोड पर रतलाम निवासी राजेंद्र कांसवा और बजाजखाना में नरेंद्र गांधी के यहां आरोपी राजेंद्र कांसवा की खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिला।
मुख्यमंत्री ने दुलाखेड़ी में कहा पेटलावद हादसे की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगा। जांच में यदि तत्कालीन कलेक्टर-एसपी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को पकड़ने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री रूपगढ़ के नारायण भाबर की पत्नी जमनाबाई से मिलने पहुंचे। दोनों बेटियों को होस्टल में रहकर पढ़ाई करवाने को कहा। बेटियां रोते हुए बोली पिताजी चले गए, अब मम्मी अकेली रह जाएगी। इस पर सीएम ने दोनों बेटियों को 25-25 हजार आर्थिक सहायता देने की बात कही।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सोमवार को भी लगातार दूसरे दिन पेटलावद क्षेत्र में रहे। वे सुबह से रात तक क्षेत्र के 18 गांवों में 33 पीड़ित परिवारों के घर पहुंचे। किसी को रोजगार का आश्वासन दिया तो किसी के दर्द पर मलहम लगाया। एजेंसी