एक शख्स ने ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन से मदद की गुहार लगाई। अर्शी ने भी वीडियो के जरिए मुख्यमंत्री से मदद की अपील की। हेमंत सोरेन ने भी देर नहीं की और फोरन धनबाद के जिलाधिकारी को आदेश जारी कर बच्ची की मदद को भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने आर्शी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए धनबाद के डीएम को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री गंभीर रोग उपचार योजना के जरिए बच्ची को तुरंत समुचिर सुविधा पहुंचाई जाए।
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। हेमंत सोरेन जितने एक्टिव ट्विटर पर रहते हैं, उतनी ही तेजी से लोगों की मदद के लिए आगे भी आते हैं। लोग हेमंत सोरेन को प्यार से ‘दादा’ कहकर बुलाते हैं। अपनापन दिखाते हुए लोग उनसे मदद की उम्मीद करते हैं। वहीं मुख्यमंत्री सोरेन भी बढ़चढ़ कर लोगों की मदद करने के लिए आगे आते हैं। एक बार फिर से मुख्यमंत्री सोरेन ने दरियादिली दिखाई और कैंसर से जूझ रही बच्ची की मदद के लिए तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया। झारखंड के धनबाद में रहने वाली आर्शी नाज कैंसर से जूझ रही है।
आर्शी के पिता इसराफिल अंसारी आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज इतना आसान भी नहीं है। परिवार के जानने वाले एक शख्स ने ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन से मदद की गुहार लगाई। अर्शी ने भी वीडियो के जरिए मुख्यमंत्री से मदद की अपील की। हेमंत सोरेन ने भी देर नहीं की और फोरन धनबाद के जिलाधिकारी को आदेश जारी कर बच्ची की मदद को भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने आर्शी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए धनबाद के डीएम को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री गंभीर रोग उपचार योजना के जरिए बच्ची को तुरंत समुचिर सुविधा पहुंचाई जाए।
हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब हेमेंत सोरेन मदद के लिए आगे आए हो। इससे पहले उन्होंने रांची के नजदीक करमटोली में रहने वाली पायल कुमारी को मदद पहुंचाई थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर प्रशासन ने चंद घंटों में ही पायल के लिए ट्राइसाइकिल की व्यवस्था की। 6 साल से बिस्तर पर पड़ी पायल पढ़ना चाहती है, लेकिन परिवार लाचार थे। बेटी के लिए एक व्हीलचेयर तक नहीं खरीद पा रहा था। सोशल मीडिया पर किसी ने पायल की मदद के लिए मुख्यमंत्री से अपील की। हेमंत सोरेन ने फौरन ही बीडीओ और सीओ को निर्देश जारी कर पायल की मदद की। पायल को न केवल व्हीलचेयर मुहैया कराई गई बल्कि 50 किलो चावल, दो कंबल भी दिए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पायल का इलाज शुरू कर दिया गया। आयुष्मान कार्ड के तहत उसके इलाज की व्यवस्था की गई।
.@dc_dhanbad कृपया इस बेटी को मुख्यमंत्री गम्भीर रोग उपचार योजना के तहत इलाज की समुचित सुविधा पहुँचाते हुए सूचित करें। https://t.co/wl0U9coQlX
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) March 8, 2020