हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आज हुई कोर कमेटी की बैठक में महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मांझी की पार्टी हम जेडीयू से हाथ मिलाएगी या नहीं, लेकिन कई सूत्रों का कहना है कि जीतन राम मांझी और जेडीयू के बीच पहले ही डील लॉक हो चुकी है।
नई दिल्ली: बिहार मे आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जीतन राम मांझी ने महागठबंधन को बड़ा झटका दिया है। ताजा मिली जानकारी के मुताबिक जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (हम) की कोर कमेटी ने फैसला लिया है कि वह अब महागठबंधन हिस्सा नहीं रहेगी। ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जीतन राम मांझी आने वाले दिनों में जेडीयू के साथ जा सकते हैं। बता दें कि जेडीयू की तरफ से जीतन राम मांझी की घर वापसी के लिए कई महीने से कवायद चल रही थी।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आज हुई कोर कमेटी की बैठक में महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मांझी की पार्टी हम जेडीयू से हाथ मिलाएगी या नहीं, लेकिन कई सूत्रों का कहना है कि जीतन राम मांझी और जेडीयू के बीच पहले ही डील लॉक हो चुकी है। जानकारी के मुताबित जेडीयू चाहती है कि मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी का पूरी तरह से जेडीयू में विलय हो जाए।
उधर, बिहार में नीतीश कुमार सरकार के मंत्री श्याम रजक को पार्टी से निष्कासित करने के बाद रजक ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है। श्याम रजक ने कहा कि मुझे निष्कासित नहीं किया गया है, मैं स्पीकर को अपना इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं ऐसी जगह पर नहीं रह सकता हूं जहां पर सामाजिक न्याय को कुचला जा रहा है। बता दें कि रविवार को श्याम रजक को जनता दल से निष्कासित कर दिया गया था। श्याम रजक नीतीश सरकार में उद्योग मंत्री थे। बता दें कि पार्टी से निष्कासित होने के बाद श्याम रजक ने पटना में तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राजद में शामिल हो गए।