नई दिल्ली– जेएनयू में अफजल गुरु का शहादत दिवस मनाने और इस दौरान देश विरोधी नारे लगाने के मामले में वसंत कुंज (नॉर्थ) थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरी की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है। जेएनयू में काफी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।
वहीँ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में और संसद के बाहर देश विरोधी नारे लगने के बाद आज प्रेस क्लब में भी देश विरोधी और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने हरकत में आते हुए एसएआर गिलानी और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है।
ज्ञात हो कि इससे पहले आज केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने देश विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्ती रुख अपनाते हुए ये कहा कि उन लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी जो लोग देश विरोधी नारे लगाएंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि जो लोग देश की एकता और अखंडता को चोट पहुंचाने की कोशिश करेंगे सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। देश की अस्मिता को चोट पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है।
गौरतलब है कि ये सारा मामला जेएनयू में आतंकी अफजल गुरू के मृत्यु दिवस को शहादत दिवस के रूप में मनाने के बाद से ही शुरू हुआ है। इस मामले में दिल्ली के सांसद महेश गिरी भी शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
पुलिस के अनुसार, सांसद महेश गिरी बृहस्पतिवार शाम करीब छह बजे हौजखास पहुंचे और दक्षिण जिला डीसीपी प्रेमनाथ से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने वसंत कुंज (नॉर्थ) थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी।
डीसीपी ने बताया कि सांसद की शिकायत से पहले उनके पास कोई शिकायत नहीं आई थी। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही थी। दिल्ली पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने जेएनयू मामले में दक्षिण जिला पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी।
सूत्रों के अनुसार, जिला पुलिस ने बुधवार को ही कई पेज की रिपोर्ट सौंप दी। बताया जा रहा है कि जेएनयू में वामपंथियों द्वारा अफजल गुरु का शहादत दिवस मनाया और कश्मीर को लेकर भारत विरोधी नारे लगाए, जिसके बाद जेएनयू में बवाल हो गया।
पूरी जानकारी के लिए पुलिस ने एक चैनल से कवरेज का वीडियो मांगा है। चैनल ने कवरेज की प्रति जल्द ही देने की बात कही है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में अफजल गुरु शहादत दिवस मनाने का मामला गरमा गया है। घटना के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को कैंपस छात्र राजनीति का अखाड़ा बन गया।
जेएनयू छात्रसंघ समेत लेफ्ट संगठनों से जुड़े छात्र संगठनों ने अपनी स्टेटमेंट में कार्यक्रम के आयोजन से पल्ला झाड़ लिया। हालांकि कुलपति का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट व वीडियो फुटेज के आधार पर विवि दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।