नई दिल्ली- जेएनयू मामले में देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को छः महीने की जमानत मंजूर की गई है ! खबर अनुसार पटियाला हाउस कोर्ट में यह जमानत प्राप्त हुई है ! बताया जा रहा है कि जेएनयू की हाईलेवल कमेटी की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए 21 छात्रों का आज अपना जवाब दाखिल करने का आखिरी दिन है।
दोनों की 23 फरवरी को गिरफ्तारी हुई थी। दोनों को 6 महीने की अंतरिम जमानत दी गई है। यह जमानत 25 हजार के मुचलके पर दी गई है। दोनों को इतनी रुपये अलग-अलग जमा कराने होंगे।
इससे पहले कोर्ट ने 18 तारीख तक फैसला सुरक्षित रख लिया था। इन्होंने अपनी जमानत याचिका में कहा था कि जांच एजेंसियों को अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, साथ ही कन्हैया को जमानत मिल चुकी है, लिहाजा उन्हें ज़मानत दी जाए।
उधर शुरू से ही इस जांच रिपोर्ट का विरोध कर रहे जेएनयू छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया है। जेएनयू छात्रसंघ दोपहर दो बजे और फिर शाम 5 बजे ये प्रदर्शन कर रिपोर्ट के खिलाफ विरोध दर्ज कराएगा।
ज्ञात हो कि उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, एसएआर गिलानी की रिहाई की मांग करते हुए जेएनयू छात्रों द्वारा कन्हैया कुमार की अगवाई में संसद तक मार्च निकला गया था ! तीन मार्च को जमानत पर रिहा छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के भी मार्च में शामिलहुए थे उन्होंने मार्च में स्मृति ईरानी, मोदी पर जुबानी हमला भी किया था !
गौरतलब है कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी का विरोध करने के लिए जेएनयू में नौ फरवरी को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए, जिसके बाद जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को 12 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसे छह महीने की अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया। इनमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य एसएआर गिलानी का नाम भी शामिल बताया जा रहा है। बाद में उमर और अनिर्बान ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था और अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।