मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन राजपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जलगोन में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान समाज के प्रमुख लोगों ने सामुदायिक भवन के लिए ₹5 लाख की मांग की।
इस पर मंत्री ने खुलेआम कहा कि पहले कांग्रेस ज्वाइन करो फिर डबल राशि देंगे। उन्होंने उलाहना दिया कि इस क्षेत्र के लिए उन्होंने विधायक रहते हुए भी काफी राशि दी, लेकिन उन्हें यहां से वोट नहीं मिले और समस्त बूथों पर चुनाव में मार पड़ी है।
गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मेरे जाने के बाद विचार करके (कांग्रेस ज्वाइन करने का) सूचित करें, तब राशि प्रदान कर दी जाएगी।
बच्चन यहीं नहीं रुके बल्कि ये भी बता दिया कि जिन बूथों पर हमें लीड मिली है वहां हमने 50 करोड़ की सड़कें मंजूर करा दी हैं। आप हमें वोट नहीं दें और हम आपके लिए सब कुछ करते रहें, हम इस तरह के मूर्ख नहीं हैं। हम उधर ध्यान देंगे जहां हमें लीड मिली है। उन्होंने कहा कि हमें कार्यकर्ताओं को भी जवाब देना पड़ता है।
गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सिद्धान्तवादी चेहरा लगाकर अपने कार्यकाल के दौरान चौतरफा भ्रष्टाचार किया है।
उन्होंने पूर्व भाजपा सांसद सुभाष पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने यात्री प्रतीक्षालय के लिए पांच लाख की राशि खर्च की, लेकिन प्रतिक्षालय 1 लाख रुपए की कीमत के भी नहीं थे। इन्हीं 500 यात्री प्रतीक्षालय की राशि से 500 मांगलिक भवन बनाए जा सकते हैं।
बहरहाल, अब सवाल यह उठता है कि इस बयान के मायने क्या निकाले जाएं। कहीं विधानसभा चुनाव में हार के मुहाने से बाल बाल बचे बाला बच्चन का यह डर तो नहीं है और वह अभी से अगले चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं।
फिलहाल जनता को उनकी विधायकी में पांच साल गुजारने हैं और फिर उनके पास भी अपने मन की करने का मौका होगा।