दुनिया भर में चर्चित रहे पनामा पेपर्स की जांच जिस पत्रकार की वजह से शुरू हुई उस पत्रकार की एक बम धमाके में मौत हो गई जो कि उनकी कार में फटा था। उनका नाम डाफ्ने कारुआना गैलिजिया था। 53 साल की गैलिजिया सोमवार को अपने घर से कुछ ही दूर निकली थीं कि एक जोरदार धमाके ने उनकी गाड़ी के परखच्चे उड़ा दिए।
गैलिजिया Running Commentary नाम से एक स्वतंत्र ब्लॉग चलाती थीं जिसमें उन्होंने कुछ नेताओं पर निशाना साधते हुए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। गैलिजिया ने माल्टा के प्रधानमंत्री यूसुफ मस्कट पर भी ‘खपले’ करने का आरोप लगाया था। गैलिजिया ने दावा किया था कि पनामा में मस्कट की पत्नी की एक कंपनी है जिसने बहुत सारा पैसा इधर-उधर किया है। इस आरोप को मस्कट ने बेबुनियाद ठहराते हुए गैलिजिया पर केस कर दिया था।
गैलिजिया द्वारा आरोप लगाने के बाद ही लोगों को पता लगा कि पनामा भी टैक्स हेवन है और वहां से मिले कागजातों से दुनिया भर के अमीर और शक्तिशाली लोगों का पनामा कनेक्शन सामने आया था।
विकिलीक्स के फाउंडर जूलियन एंसाजे ने कहा है कि गैलिजिया की मौत से जुड़ी जानकारी देने वाले को वह 15 लाख रुपए का ईनाम देंगे। फिलहाल गैलिजिया के बेटे जो कि खुद एक पत्रकार हैं उन्होंने जांच कर रहे मिजिस्ट्रेट को बदलने की अर्जी कोर्ट में दाखिल की है।