खरगोन – खरगोन में भी अब पत्रकारो पर हमले होने लगे है । जिसे लेकर जिला मुख्यालय के पत्रकारो ने डिप्टी कलेक्टर राजेन्द्र सिंह को सुचना एवं प्रसारण मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली गृह मंत्री ,भारत सरकार, प्रदेश के मुख्यमंत्री , गृह मंत्री , के नाम सोमवार को ज्ञापन सोपा । शिकायत कर्ता प्रदेश टुडे खरगोन ब्यूरो डॉ हिमांशु गोखले ने ज्ञापन में बताया की भोपाल से प्रकाशित दैनिक प्रदेश टुडे अखबार में भ्रष्टाचार एवं घोटालों को उजागर करने संबंधी खबरें प्रकाशित की जा रही है। जिसमें जल संसाधन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, घटिया निर्माण, घोटाले एवं खरगोन जिले की ग्राम पंचायत पंधान्या में करीब सत्रह लाख रुपए के घोटाले को प्रमुखता से उजागर किया गया था।
जिले में चल रहे फर्जी पावतियों पर बैंक से ऋण दिलवाने वाले गिरोह का पदार्फाश करने के लिए फिलहाल मेरे एवं मेरी टीम द्वारा जानकारी एकत्र की जा रही थी। इसी के चलते दिनांक 04 जुलाई 2015, शनिवार की रात अरुण पाटीदार के साथ फर्जी पावतियों पर बैंक ऋण दिलवाने वाले गिरोह का मुख्य सदस्य जीतेन्द्र पाटीदार, दीपक राठौर, अशोक पाटीदार, लखन पाटीदार एवं उनके अन्य साथियों (करीब 8-10 की संख्या में) ने राधा वल्लभ मार्केट खरगोन स्थित प्रदेश टुडे के कार्यालय पर शराब के नशे में पहुँच कर मेरे साथ गाली-गलौच, धक्का-मुक्की एवं अभद्र व्यवहार किया। साथ आए अशोक पाटीदार ने देशी पिस्टल (देशी कट्टे) दिखाते हुए अपने साथियों के साथ मुझे अगवा करने का प्रयास किया गया।
डॉ हिमांशु गोखले ने बताया की कार्यालय पर मेरे साथ मेरे साथी मौजूद थे, जिनके द्वारा बिच-बचाव करने पर मामला शांत हुआ, अन्यथा कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया जाता। अरुण पाटीदार ने कहा कि हमारे काम में टांग अड़ाने वाले हमारी जाति के पत्रकार को खत्म करवा दिया, तूझे कहाँ गायब करवाएँगे पता भी नहीं चलेगा। अरुण पाटीदार ने धमकी देते हुए कहा कि मेरे परिवार में बड़े वकील ओर नेता है, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। साथ ही जल संसाधन विभाग एवं उनकी या उनसे संबंधित किसी भी व्यक्ति की खबर छापने पर या पुलिस में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इस संबंध में 05 जुलाई को पुलिस अधीक्षक अमीत सिंह को आवेदन देकर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने के लिए आवेदन दिया गया है।
सीबीआई जांच की मांग
कुछ वर्ष पूर्व जिले के ऊन ग्राम का पत्रकार राजेन्द्र पाटिल गायब हो चुका है, जिसका आज तक कोई पता नहीं चला। साथ ही कुछ माह पूर्व भी खरगोन जिले के सेगावां में पत्रकार अरविन्द पाटीदार की लाश संदिग्ध अवस्था में पाई गई थी। उक्त दोनों पत्रकारों की सीबीआई जाँच की जाना अति आवश्यक है ताकि यह कृत्य करने वालों का खुलासा हो। आए दिन पत्रकारों के शोषण एवं झूठे आरोपों की सही कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रिय एवं प्रदेश स्तर पर पत्रकार आयोग का गठन किया जाए। आए दिन पत्रकारों पर हो रहे हमलों को मद्देनजर रखते हुए पत्रकार सुरक्षा को ध्यान में रखकर पत्रकारों के लिए विशेष कानून/अधिनियम बनाया जाए जिससे पत्रकार अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें। साथ ही प्रदेश टुडे ब्यूरो कार्यालय पर पहुँच कर धमकाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध अविलंब सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। । ज्ञापन सोप ने के दोरान पत्रकार उमेश रेवलीया , फरीद शेख , सदाशिव वर्मा, तेजकुमार बर्वे, ममराज सैनी, विजय कोचले ,गोपाल जोशी ,विशाल छटीए , मनीष गुप्ता, दिदार शेख , कांतीलाल कर्मा ,पुर्णा ठाकुर, अश्वीन गोश्वामी ,शशी शर्मा , सुरज पाल , रोहीत भावसार , अनोखीलाल कानुनगो , महेश मालवीय, श्याम गुप्ता , राजु गोश्वामी , शशी शर्मा सहीत जिला मुख्यालय के आदी पत्रकार गण उपस्थित थे ।