भोपाल : देश की गंगा जमुनी तहजीब को नवाबो के शहर में आज भी विरासत की तरह यहाँ के लोग सहेजे हुए है। दरअसल पूरा मामला भोपाल रेलवे स्टेशन का है। गुरुवार रात लगभग रात 8 बजे तिरुपति एक्सप्रेस से जब रेलवे कर्मी और गोरखपुर के मुस्लिम परिवार के सदस्य बदहवास स्थिति में एक प्रसूता को लेकर प्लेटफार्म पर उतरते हैं। तब वहां रेलवे के बेबस डाक्टर बिना किसी मेडिकल एड के पहुचे । प्रसव पीड़ा से तड़पती प्रसूता का तमाशा बनती इस के पहले ही उनकी मदद के लिए पत्रकार सुमित वर्मा और प्रवेश श्रीवास्तव सामने आए और अपने डॉक्टर मित्र के जरिए प्रसूता को समय पर अस्पताल पंहुचा कर सुरक्षित प्रसव कराया। आप को बतादें की प्रसूता नाज़िया मुम्बई की रहने वाली है जो गाजीपुर के पास अपने पुश्तेनी गांव से वपास मुम्बई जा रही थी।
भोपाल के रहने वाले पत्रकार सुमित वर्मा ,प्रवेश श्रीवास्तव हैदराबाद जाने के लिए प्लेटफार्म 1 पर गाड़ी का इंतजार कर रहे थे तभी भोपाल रेलवे स्टेशन तिरुपति एक्सप्रेस आ कर रूकती है उसमे से एक मुस्लिम परिवार अपनी गर्भवती बेटी को लेकर बदहवास हालात में प्लेटफॉर्म पर उतारते है लोगों की भीड़ तमाशबीन बनकर उन्हें घेर लेते है। ऐसे में यही दो युवा पत्रकार उस पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आते है। गाजीपुर से मुम्बई जा रही नाजिया को बहुत तेज़ प्रसव पीड़ा होने से उसकी हालात ख़राब हो जाती है। सुमित अपने डॉक्टर मित्र राम देशमुख को फोन कर तुरंत नाजिया की मदद के लिए बुलाते है। डॉ राम देशमुख पीड़ित को स्टेशन के पास ही अपने निजी अस्पताल एलबीएस ले जा कर नाजिया की सुरक्षित डिलेवरी करवाते है। नाजिया के एक बेटे को जन्म दिया। अब नाजिया और उसका परिवार मुश्किल समय में मदद के लिए सुमित ,प्रवेश श्रीवास्तव,और डॉ राम को धन्यवाद दे रही है। नाजिया का कहना है की ये तीनो लोग उनके लिए किसी फरिस्ते से कम नहीं है।
रामोजी फिल्म सिटी में मीडिया मेनेजर (नार्थ इंडिया ) सुमित वर्मा ने बताया की वह हैदराबाद जाने के लिए प्लेटफार्म 1 पर अपने दोस्त प्रवेश श्रीवास्तव के साथ गाड़ी का इंतजार कर रहे थे तभी नाजिया की ऐसी हालात देख कर उन्होंने मदद के लिए 108 और जननी एक्सप्रेस के लिए कोशिश की, लेकिन कोई रिस्पोंस नहीं मिला। रेलवे हॉस्पिटल ने भी तुरंत सहायता नहीं दी तब जा कर उन्हों ने अपने डॉक्टर मित्र को कॉल कर नाजिया की मदद कराई।
उधर डॉ राम देशमुख ने बताया की जब सुमित का कॉल आया तब वह खाना खाने बैठे रहे थे पर सुमित ने बताया की स्थिति गंभीर है तो वह खाना छोड़ कर रेलवे स्टेशन जा कर तुरंत नाजिया की मदद की। नाजिया और नवजात शिशु डॉ देशमुख के निजी अस्पताल में ही भर्ती है।
इस पुरे मामले की जानकारी तब लगी जब पूजा खोदाणी ने अपने फेसबुक वॉल पर इस सराहनीय कार्य से जुडी पोस्ट को वायरल किया।