जेपी नड्डा ने सवाल पूछते हुए कहा है कि ‘पीएम नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है, उससे 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया? हमारे देश की जनता इसका जवाब जानना चाहती है।’
नई दिल्ली: भारतीय जानता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाने पर लेते हुए कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि कोरोना या चीन के साथ भारत के तनाव की आड़ में सोनिया गांधी मूल प्रश्नों से बचने का प्रयास कर रही हैं। साल 2005 से 2008 तक पीएम नेशनल रिलीफ फंड से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों भेजा गया, देश की 130 करोड़ की जनता सोनिया गांधी से इस बात का जवाब चाहती है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘मैं सोनिया जी को ये कहना चाहता हूं कि कोरोना के कारण या चीन की स्थिति के कारण मूल प्रश्नों से बचने का प्रयास न करें। भारत की फौज देश की और हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा है कि ‘पीएम नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है, उससे 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया? हमारे देश की जनता इसका जवाब जानना चाहती है।’
Why did you take donation in Rajiv Gandhi Foundation from Mehul Choksi and give loan to him? The country wants to know as to why the foundation took money from Mehul Choksi and what is the relation between Mehul Choksi and Rajiv Gandhi Foundation?: BJP Chief JP Nadda pic.twitter.com/1V0zABLdPA
— ANI (@ANI) June 27, 2020
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आगे कहा, ‘130 करोड़ का देश जानना चाहता है कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए क्या-क्या काम किया और किस तरह से आपने देश के विश्वास के साथ विश्वासघात किया है। यूपीए शासन में कई केंद्रीय मंत्रालयों, सेल, गेल, एसबीआई, अन्य पर राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा देने के लिए दबाव बनाया गया।’ जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी से सवाल किया है कि पीएम नेशनल रिलीफ फंड का ऑडिटर कौन है? कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने ने कहा कि ठाकुर वैद्यनाथन एंड अय्यर कंपनी ऑडिटर थी और रामेश्वर ठाकुर इसके फाउंडर थे। कई दशकों तक उसके ऑडिटर रहे, वो राज्य सभा के सांसद थे और 4 राज्यों के राज्यपाल रहे। देश जानना चाहता है कि ऐसे लोगों ऑडिटर बनाकर क्या सरकार करना चाह रही थी। पीएम नेशनल रिलीफ फंड में एक ट्रस्टी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष भी है।