नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में उस वक्त सियासत तेज हो गई जब कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अचानक सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान से मिलने जा पहुंचे। इन दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे से अधिक कमरे में बातचीत चली। इस मुलाकात के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों खेमों में हलचल बढ़ी नजर आ रही है। वहीं, इस मुलाकात के बाबत कांग्रेस सासंद का बयान भी आया है।
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से इस मुलाकात के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। वहीं, सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं ने मध्य प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात और सरकार के कामकाज पर चर्चा की। जब चुनाव से पहले बीजेपी के ‘माफ करो महाराज’ कैंपेन के बारे ज्योतिरादित्य सिंधिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा, रात गई, बात गई। मैं आगे की सोचता हूं, मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो कड़वाहट लेकर पूरी जिंदगी गुजारूं। विपक्ष की लोकतंत्र में सत्ता पक्ष के बराबर की भूमिका होती है।’
बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य के दिल्ली से भोपाल पहुंचने पर उनके समर्थकों को भी शिवराज सिंह चौहान के साथ होने वाली इस मुलाकात के बारे में पता नहीं था। ज्योतिरादित्य देर रात दिल्ली से भोपाल पहुंचे थे। यहां वे वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक जैन भाभा के निधन पर उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने के बाद शिवराज सिंह चौहान के लिंक रोड स्थित निवास पर गए।
मध्य प्रदेश में पिछले पांच दिनों के भीतर दो बीजेपी नेताओं की हत्या हुई है, जिसपर शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखा था और इन हत्याओं की उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जांच किए जाने की मांग भी की थी। चौहान ने कहा था कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अपराधी बेखौफ हो गए हैं, उनका मनोबल बढ़ा हुआ है।