भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की बल्लेबाजी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खफा हैं। हाल ही में हुई पार्टी बैठक में उन्होंने कहा था कि बेटा किसी का भी हो, इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उनकी इस सख्त टिप्पणी के बाद से भाजपा नेता सकते में हैं। भाजपा गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा का माहौल बना हुआ है कि आकाश पर कार्रवाई होगी या नहीं।
वहीं बुधवार को आकाश के पिता और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने चुप्पी तोड़ी है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोदीजी की यह टिप्पणी उसके (आकाश) राजनीतिक जीवन के लिए सीख है। मोदीजी मेरे लिए पिता और आकाश के लिए पितामह तुल्य हैं।
उनकी डांट आकाश के राजनीतिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। इससे सुधार होगा। उनकी कही बात में अपनापन छुपा हुआ है। उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रही पद से इस्तीफा देने की खबर को अफवाह बताया।
भाजपा महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे परिवार के मुखिया हैं। वह मेरे लिए पिता और आकाश के लिए पितामह के समान हैं। उन्होंने डांट दिया तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
परिवार के मुखिया को गलती करने पर टोकने और उसमें सुधार करने के लिए कहने का अधिकार होता है। उनकी डांट से सुधार ही होगा।
भाजपा नेता ने कहा भाजपा एक परिवार की तरह है। यह सबसे अनुशासित पार्टी है। यहां अगर किसी से गलती होती है तो पिता और मुखिया को यह अधिकार होता है कि वह डांटे, कुछ कहें या फटकार लगाए। सभी के लिए एक जैसा अनुशासन है।
इसलिए आकाश के लिए प्रधानमंत्री के ये शब्द राजनीति में नई ऊर्जा देने का काम करेंगे। पार्टी नेतृत्व जो भी कहता है वह सभी के लिए सर्वमान्य होता है।
पिछले कुछ दिनों से यह खबर चर्चा में थी कि कैलाश विजयवर्गीय अपने पद से इस्तीफा देंगे। इसपर उन्होंने कहा कि यह केवल अफवाह है। मेरे इस्तीफा देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। मैं पार्टी का सिपाही हूं और हमेशा पार्टी के लिए काम करता रहूंगा।
सार्वजनिक स्थान पर बदसलूकी करने की वजह से भाजपा आकाश को कारण बताओ नोटिस जारी कर सकती है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है।
बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता जिसमें राष्ट्रीय महासचिव रामलाल, मध्यप्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, आयोजक महासचिव सुहास भगत और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात की।
ताकि उन नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके जिन्होंने आकाश का समर्थन किया और उसके जेल से रिहा होने पर जश्न मनाया। राज्य इकाई राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश का इंतजार कर रही है।