कैथल [ TNN ] कैथल नई अनाज मंडी से एक आढ़ती दीपक रातों रात करोड़ों रूपये लेकर भाग गया ,मामला वीरवार का बताया जा रहा है जब शुक्रवार को स्थानीय नई अनाज मंडी में चहलपहल शुरू होते ही यह बात आग की तरफ फ़ैल गई की महालक्ष्मी ट्रेडिंग कम्पनी का मालिक दीपक कुमार कैथल छोड़ कर भाग गया ,व्यापारी जब तस्सली के लिए महा लक्ष्मी ट्रेडिंग कम्पनी पर पहुंचे तो उसका मालिक नदारद था ,घर जाकर देखा तो ताला लटका हुआ था ,अचानक आई इस विपदा से स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मच गया क्योंकि मामला लगभग 5 करोड़ का तथा वो भी बिना लिखित पड़त का ,क्योंकि कोई भी व्यापारी अगर आढ़त का काम करता है तो उसे आबकारी एवं कराधान विभाग के साथ साथ मार्किट कमेटी का की लाइसेंस लेना पड़ता है लेकिन मजे की बात है की इस व्यापारी ने आबकारी कराधान विभाग का तो लाइसेंस ले लिया लेकिन मार्किट कमेटी का नही और उसके बावजूद स्थानीय अनाज मंडी से करोडो का व्यापार करता रहा ।
अनाज मंडी के प्रधान सुरेश मित्तल और अन्य व्यापारियों ने स्थानीय अनाज मंडी के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के आढ़तियों की एक बठैक के बाद बताया की महालक्ष्मी ट्रेडिंग कम्पनी का मालिक दीपक स्थानीय अनाज मंडी में जीरी की खरीद ,फरोख्त का काम करता था ,और पिछले लगभग 6 माह पहले ही उसने अनाज मंडी में आढ़ती का काम शुरू किया था ,पहले पहल तो जीरी का सीजन शुरू होते ही माल की खरीद फरोख्त कर रहा था और लेनदेन भी शरुआती दौर में ठीक बताया जा रहा है लेकिन स्थानीय व्यपारियों से इस दौरान करोड़ो रूपये का धान खरीद लिया जिसकी देनदारी अभी करनी बकाया थी ,आढ़तियों ने बताया की सभी आढ़ती उक्त फरार व्यापारी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाएंगे ,इस संबंध में जिला पुलिस कप्तान से मिल कर घटना की जानकारी उन्हें देंगे ,करोड़ो रुपये का यह धोखाधड़ी का मामला करीब 1OO व्यापारियों से जुड़ा है जिनके पैसे लेकर दीपक आढ़ती भागा है ,
पहले भी घट चुकी है ऐसी घटनाये
कैथल अनाज मंडी से व्यापारियों का भागना कोई नई बात नही है ,इससे पहले भी बहुत से व्यापारी अपने को दिवालिया घोषित कर भाग चुके है लेकिन ,जब कभी बात समझौते की आती है तो रूपये के बदले 25 ,30 पैसे तक में समझौता हो जाता है लेकिन इस बार व्यापारी आढ़ती दीपक के खिलाफ 420 के तहत मामला दर्ज करवाने वाले है
आबकारी विभाग के साथ साथ मार्किट कमेटी अधिकारी भी संदेह के घेरे में
व्यापारी वर्ग के साथ घटी इस घटना से एक और चैंकाने वाली बात सामने आ रही है की अनाज मंडी में आने वाली फसल को देखने की जिम्मेवारी मार्किट कमेटी की होती है की कितना माल मंडी में आया और कितना बिका इसका हिसाब किताब रखना मार्किट कमेटी का काम होता है ,लेकिन इस घटना ने साबित कर दिया की अनाज मंडी में किस तरह लाखों रूपये की टैक्स चोरी होती है ,व्यापारियों ने कहा की जब भी फरार आढ़ती दीपक मंडी से उचंती माल खरीदता था तो उसकी एवज में मार्किट कमेटी अधिकारीयों को नजराना दिया जाता था ,क्या करोड़ों के माल की खरीद फरोख्त बिना मार्किट कमेटी का लाइसेंस लेने वाला व्यापारी कर सकता है ,वो भी ठीक मार्किट कमेटी कार्यालय में बैठे अधिकारीयों की नाक के नीचे ,गले से नही उत्तर रहा ।
रिपोर्ट :- राजकुमार अग्रवाल