नई दिल्ली- अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल के सुसाइड नोट में छिपे राज आहिस्ता-आहिस्ता सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों मीडिया में सार्वजनिक हुए इस नोट में कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं के अलावा कुछ पूर्व और मौजूदा जजों पर भी घूसखोरी के आरोप लगाए गए हैं। यह सुसाइड नोट 60 पन्नों का है और हिंदी में है। गौरतलब है कि कालिखो पुल ने पिछले साल 8 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी।
क्या हैं आरोप?
पुल पहले कांग्रेस में थे। साल 2015 में उन्होंने नबाम तुकी की सरकार के खिलाफ बगावत की और सीएम बने। लेकिन साढ़े चार महीने बाद सुप्रीम कोर्ट ने तुकी सरकार की बर्खास्तगी को असंवैधानिक करार दिया। खुदकुशी की चिट्ठी में पुल लिखते हैं कि सर्वोच्च अदालत के फैसले को उनके पक्ष में करने के लिए कुछ दलाल उनसे मोटी रकम मांग रहे थे।
एक हिंदी वेबसाइट ने ‘मेरे विचार’ शीर्षक के इस सुसाइड नोट के ये हिस्से छापे हैं- ‘मुझसे और मेरे करीबियों से कई बार संपर्क किया गया कि अगर मैं 86 करोड़ रुपये देता हूं तो फैसला मेरे हक में दिया जाएगा। मैं एक आम आदमी हूं, मेरे पास न उस तरह पैसा है, न ही मैं ऐसा करना चाहता हूं।
‘(नाम) ने मेरे एक आदमी से संपर्क किया और 49 करोड़ रुपये मांगे। ’
‘(नाम) ने मुझसे 37 करोड़ रुपये की मांग की थी।
एक दूसरी वेबसाइट ने पुल की पत्नी के हवाले से दावा किया है कि जजों के खिलाफ आरोपों के सबूत मौजूद हैं। पुल के करीबियों के पास ऐसी रसीद हैं जिसमें आरोपी जजों की ओर से घूस लेने वाले लोगों के दस्तखत हैं। रसीद में 15 जुलाई 2016 की तारीख दर्ज है। इसके करीब एक महीना बाद पुल ने जान दी थी।
इस वेबसाइट के मुताबिक पुल ने दावा किया था कि एक जज ने 36 करोड़ लेकर गलत फैसला सुनाया था। गुवाहाटी हाईकोर्ट ने एक सीनियर मंत्री के खिलाफ की गई सुनवाई में (नाम) को दोषी ठहराते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। पुल के मुताबिक उसी केस में (नाम) ने 28 करोड़ की घूस देकर स्टे ले लिया।
एक वेबसाइट ने पत्नी के हवाले से किया दावा
एक दूसरी वेबसाइट ने कालिखो पुल की पत्नी के हवाले से दावा किया है कि जजों के खिलाफ आरोपों के सबूत मौजूद हैं। पुल के करीबियों के पास ऐसी रसीद हैं, जिसमें आरोपी जजों की ओर से रिश्वत लेने वाले लोगों के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। रसीद में 15 जुलाई, 2016 की तारीख दर्ज है। इसके करीब एक महीना बाद पुल ने आत्महत्या कर जान दे दी थी। इस वेबसाइट के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने दावा किया था कि एक जज ने 36 करोड़ लेकर गलत फैसला सुनाया था। गुवाहाटी हाईकोर्ट ने एक वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ की गयी सुनवाई में (नाम) को दोषी ठहराते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिये थे। पुल के अनुसार, उसी केस में (नाम) ने 28 करोड़ की रिश्वत देकर स्थगन आदेश ले लिया।
कालिखो पुल की पत्नी ने मुख्य न्यायाधी को लिखा पत्र
कालिखो पुल की पहली पत्नी दंगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को दो पन्नों में एक पत्र लिखा है, जिसमें मांग की गयी है कि आरोपों की जांच सीबीआई से करायी जाये। इसमें दंगविम्साई ने लिखा है कि मेरे पति की डायरी/सुसाइड नोट में राज्य की सियासत के अलावा न्यायपालिका में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाये गये हैं। आरोपों के दायरे में सुप्रीम कोर्ट के दो वरिष्ठ न्यायाधीश भी शामिल हैं, जो अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने के फैसले में शामिल थे। इसलिए यह आवश्यक है कि इन दावों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाये। [एजेंसी]