मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से नाराज व्यापारियों के मुद्दे को भुनाने के लिए कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है।
प्रदेश सरकार अब व्यापारियों से सीधे संवाद करेगी और इसकी शुरूआत इंदौर से की गई। वाणिज्य कर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने जीएसटी की कठिनाइयों को लेकर व्यापारियों से चर्चा की और भाजपा के इस पारंपरिक वोट बैंक को साधने का प्रयास किया।
मंत्री राठौर ने मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर कहा कि फिलहाल इस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।
वाणिज्य कर मंत्री बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जीएसटी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पूरी तैयारी के साथ लागू करने वाली थी, लेकिन किन्ही कारणों की वजह से नहीं कर पाई।
वर्तमान में मोदी और भाजपा सरकार ने इसके हड़बड़ी में लागू किया है, जिसकी वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और नियम-कायदों में बार-बार बदलाव करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि अब जीएसटी को लेकर धीरे-धीरे स्थितियां साफ हो रही है और जल्द सब कुछ ठीक हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अभी की जीएसटी में मौजूद कुछ खामियों को दूर करने की जरुरत है।
मंत्री बृजेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर कहा कि फिलहाल प्रदेश में शराबबंदी संभव नहीं है और न ही सरकार ने इस पर विचार किया है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में लोगों की राय के बाद ही नई आबकारी नीति बनाई जाएगी। मंत्री ने कहा कि शराबबंदी को पूरी तरह समझ लेने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा।
मंत्री ने आगामी बजट को लेकर कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश का खजाना पूरा खाली कर दिया है, और वर्तमान में प्रदेश पर दो लाख करोड़ का कर्ज है।
कमलनाथ और कांग्रेस सरकार को इस खजाने को भरना भी है और वचनपत्र की घोषणाओं को भी पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का हाल पृथ्वीपुर जैसा होगा। विधानसभा चुनाव में पृथ्वीपुर में भाजपा की जमानत जब्त हो गई थी और अब पूरे प्रदेश में ऐसे हालात है।