कमलनाथ ने कहा- ‘अब अगर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने अपनी जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है, तो वैक्सीनेशन का काम युद्ध स्तर पर होना चाहिए ताकि तीसरी लहर भारत में आ ही न सके।
कोरोना की दूसरी लहर अब धीरे-धीरे थमने लगी है। कोरोना की इस लहर से पूरे देश में लाखों लोगों के संक्रमित होने के साथ बड़ी संख्या में मौतें भी हुई हैं।
चुनाव भी इसी लहर के बीच हुए और कांग्रेस लगातार इसको लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर दिखी है।
सोमवार को एक बार फिर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना पर देश के नाम संबोधन किया तो कमलनाथ ने वैक्सिनेशन को लेकर उन पर सवाल खड़े कर दिए।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा – ‘आदरणीय मोदी जी अगर आपने समय रहते 100 साल में आई सबसे बड़ी विपत्ति को पहचान लिया होता, तो देश में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान नहीं जाती। समय रहते वैक्सीनेशन हो सकता था, लेकिन तब आप रैलियों में व्यस्त रहे। उन्होंने तीसरी लहर रोकने के लिए तेजी से सभी को वैक्सीन की दोज देने की भी सलाह दी।
कमलनाथ का यह ट्वीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र में नाम संदेश के बाद आया है। इसमें प्रधानमंत्री ने सभी 18 साल से ऊपर वाले लोगों को फ्री वैक्सीन दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कोरोना पर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं। इसी में बाद कमलनाथ ने अपने ही अंदाज में तंज कसा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- ‘आदरणीय मोदी जी अगर आपने समय रहते 100 साल में आई सबसे बड़ी विपत्ति को पहचान लिया होता, तो देश में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान नहीं जाती। समय रहते वैक्सीनेशन हो सकता था, लेकिन तब आप रैलियों में व्यस्त रहे। उसके बाद आपने वैक्सीनेशन का भार राज्यों के कंधे पर डाल दिया। नतीजा यह हुआ कि समय रहते वैक्सीन मिली ही नहीं।’
कमलनाथ ने कहा- ‘अब अगर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने अपनी जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है, तो वैक्सीनेशन का काम युद्ध स्तर पर होना चाहिए ताकि तीसरी लहर भारत में आ ही न सके।
गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से पहले ही सभी को फ्री वैक्सीन दिए जाने को मांग की जा रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद कांग्रेस के रणजीत सुरजेवाला ने इस पर कहा है कि PM मोदी ने आधी अधूरी ही सही, लेकिन कांग्रेस की मांग मानी तो सही।