उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष और हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में 13 लोगों को आरोपी बनाया है।
चार्टशीट के अनुसार, अशरफ और मोइनुद्दीन को मुख्य आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट सीजेएम मीरा गोठलवाल की कोर्ट में पेश की गई, जहां अगली सुनवाई के लिए 4 जनवरी 2020 की तारीख तय की गई है।
13 आरोपियों के नाम हैं – अशफाक हुसैन, मोइनुद्दीन पठान रशीद, फैजान मेम्बर, मोहसिन सलीम शेख, सैय्यद आसिफ अली, कैफी अली, मोहम्मद नावेद, रईस अहमद, मोहम्मद आसिफ रजा, मोहम्मद कामरान अशरफ, यूसुफ खान और मोहम्मद जाफर। सभी के खिलाफ हत्या, आपराधित साजिश रचने, साक्ष्य छिपाने, आरोपियों को संरक्षण देने, फर्जी दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए हैं। आरोप तय किये गए हैं। अशफाक हुसैन, मोइनुद्दीन समेत 12 आरोपित जेल में हैं।
दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी थी
18 अक्टूबर 2019 को कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड की चर्चा पूरे देश में हुई थी। हत्यारे उनसे मिलने के बहाने आए थे।
वे बैठे चाय पी और उनके नौकर को पान लेने भेजा, इसी दौरान दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी थी। गला रेते से पहले हत्यारों ने कमलेश तिवारी के बायें जबड़े पर गोली भी मारी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, श्वास नली कटने से उनकी मौत हुई। शरीर के ऊपरी हिस्से में चाकू के 13 घाव भी मिले थे। हत्यारे वारदात के बाद गणेशगंज की ओर पैदल ही भाग निकले थे।