मंडला – मध्य प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिज़र्व को एक्टिव मैनेजमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड कान्हा टाइगर रिज़र्व के फील्ड डायरेक्टर जे एस चौहान ने प्राप्त किया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यह अवार्ड प्रदान किया। यह प्रतिष्ठित अवार्ड मिलने से कान्हा प्रबंधन में हर्ष का माहौल है।
कान्हा टाइगर रिज़र्व वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण के साथ – साथ अपने कुशल प्रबंधन के लिए जाना जाता है। नई दिल्ली में आयोजित थर्ड एशिया मिनिस्ट्रियल कांफ्रेंस ऑन टाइगर कंज़र्वेशन में कान्हा को एक्टिव मैनेजमेंट अवार्ड प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया। कान्हा टाइगर रिज़र्व के फेल्ड डायरेक्टर जे एस चौहान ने पूरे कान्हा प्रबंधन की ओर से यह अवार्ड प्राप्त किया। कान्हा को इसके पहले भी राष्ट्रीय – अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
कान्हा टाइगर रिज़र्व वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण के साथ – साथ अपने बेहतर प्रबंधन के लिए भी पहचाना जाता है। विश्व में कान्हा ने सेमि वाइल्ड टाइगर का कांसेप्ट देकर एक नई शुरुआत की है। इसमें मदर टाइगर की मौत के बाद उनके शावकों को प्राकृतिक वातावरण में जंगल में रख कर न सिर्फ पाला जाता है बल्कि उन्हें शिकार का भी मौका दिया जाता है। इससे बड़े होकर टाइगर स्वम जंगल में अपना स्थान बना सकते है। ऐसे ही टाइगर पन्ना भी भेजे जा चुके है।
मध्य प्रदेश पन्ना टाइगर रिज़र्व में टाइगर के पुनर्वास में भी कान्हा की उल्लेखनीय भूमिका है। इसके अलावा संरक्षित व दुर्लब बारहसिंघा के विस्तार में भी कान्हा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बारहसिंघा की यह प्रजाति केवल कान्हा में ही पाई जाती है, ऐसी मे यदि कोई अनहोनी होती, तो इसके अस्तित्व पर खतरा पैदा हो सकता था। इसी के मद्देनजर कान्हा से बारहसिंघा को सतपुड़ा और वनविहार भी सकिशल शिफ्ट किया जा चुका है। कान्हा ने अपने पार्क के आसपास निवास कर रहे आदिवासियों को बेहतर रोजगार मुहैया करने के लिए ट्रैंग दिलाकर उन्हें बड़े बड़े होटल्स में नौकरी भी दिलाई है।
@सैय्यद जावेद अली