युवा छात्र नेता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
माना जा रहा है कि वह बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ेंगे। वह महागठबंधन के एक उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। इस महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, एनसीपी, जीतन राम मांझी की हम(एस), शरद यादव की एलजेडी के अलावा लेफ्ट पार्टियां शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव बैकफुट से बिहार के महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। वह कन्हैया कुमार को टिकट देने के लिए राजी हैं।
कांग्रेस के साथ बातचीत के बाद बेगूसराय सीट से कुमार को मौका दिया जा सकता है। वह 2016 में जेएनयू में हुए घटनाओं की वजह से चर्चा में आए थे।
लालू परिवार से जुड़े लोगों ने ऐसे संकेत दिए हैं जिससे यह साफ हो जाता है कि कन्हैया सीपीएम के आधिकारिक उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि उनके प्रतिद्वंदी एनडीए कैंप में एक मजबूत संदेश पहुंचाने के लिए उन्हें महागठबंधन का उम्मीदवार घोषित करना चाहते हैं। कुमार मूलरूप से बेगूसराय के बरौनी ब्लॉक में बिहाट पंचायत से हैं। उनकी मां मीना देवी एक आंगनबाड़ी सेविका हैं जबकि उनके पिता जयशंकर सिंह एक किसान हैं।
इस सीट से फिलहाल भाजपा के भोला सिंह सांसद हैं। भोला सिंह ने 2014 में आरजेडी के तनवीर हसन को करीब 58,000 वोटों से हराया था।
आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘लालू खुद कन्हैया के बेगूसराय से चुनाव लड़ने को लेकर उत्साहित हैं, इसलिए वह आरजेडी उम्मीदवार को इस सीट पर नहीं उतारेंगे, जबकि आरजेडी उम्मीदवार पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे।’