उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में कानून व्यवस्था के चाक चौबंद होने के कितने ही ढोल पीट रहे हों, सच्चाई इससे बिल्कुल अलहदा है। दो दिन पहले पुलिसकर्मियों की अमानवीयता के चलते जहां दो घायल युवकों ने सड़क पर दम तोड़ दिया, वहीं अब पुलिसकर्मी के सामने गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या की वारदात सामने आई है।
घटना कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र में रतनपुर कॉलोनी की है। यह वारदात इसी तरफ इशारा करती है कि उत्तर प्रदेश में या तो बदमाशों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है या पुलिस ने ही इन बदमाशों को शह दे रखा है। हैरानी वाली बात तो यह है कि पुलिसकर्मी मौका-ए-वारदात पर विवाद का निपटारा करने गया हुआ था।
लेकिन बदमाश को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा कि उसके सामने एक पुलिसकर्मी खड़ा हुआ है और उसने दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। कल्याणपुर क्षेत्र के CO नवीन कुमार के मुताबिक, शुक्रवार की दोपहर रतनपुर कॉलोनी के रहने वाले 20 वर्षीय दीपक मिश्रा ने 100 नंबर पर डायल कर शिकायत दर्ज कराई थी।
दीपक मिश्र की शिकायत पर कल्याणपुर थाने में डायल-100 में तैनात कांस्टेबल श्रवण कुमार विवाद का निपटारा कराने गया था। विवाद के निपटारे के लिए कांस्टेबल ने आरोपी युवक अपराजित को भी वहीं बुला लिया। अपराजित के साथ उसकी मां और बहन भी वहां आ गईं।
बातचीत के बीच ही अपराजित की मां और बहन ने दीपक के साथ मारपीट शुरू कर दी। विवाद बढ़ता चला गया और अपराजित ने तमंचे से दीपक के सिर पर गोली मार दी और फरार हो गया। कांस्टेबल श्रवण कुमार इस बीच कुछ भी नहीं कर पाया।
गंभीर रूप से घायल दीपक को हैलट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। CO नवीन कुमार के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने अपराजित की मां और बहन को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है और आरोपी अपराजित की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मृतक मूलरूप से कानपुर देहात जिले के मैथा गांव का रहने वाला था। वह कटिहार चौराहे पर स्थित अपने मामा के घर पर रहकर सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। वहीं आरोपी के खिलाफ पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं।