कर्नाटक के चित्रदुर्गा में पत्रकारों से बात करते हुए बीसी पाटिल ने कहा कि मेरी राय है कि देश में ऐसे कानून की जरूरत है जिसके तहत उन लोगों को देखते ही गोली मार देनी चाहिए जो भारत के खिलाफ बोलते हैं या फिर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हैं।
नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है। कर्नाटक में भी लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं। हाल ही में सीएए के विरोध में कर्नाटक में एक प्रदर्शन के दौरान अमूल्या नाम की लड़की ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे, जिसके बाद लगातार लड़की का विरोध हो रहा है। वहीं इस बीच कर्नाटक के कृषि मंत्री का ऐसा बयान सामने आया है, जिसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए हैं। कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने मांग की है कि जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हैं उन्हें गोली मार देनी चाहिए।
कर्नाटक के चित्रदुर्गा में पत्रकारों से बात करते हुए बीसी पाटिल ने कहा कि मेरी राय है कि देश में ऐसे कानून की जरूरत है जिसके तहत उन लोगों को देखते ही गोली मार देनी चाहिए जो भारत के खिलाफ बोलते हैं या फिर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हैं। इस कानून की देश में सख्त जरूरत है। पाटिल ने कहा कि ये लोग खाते भारत की हैं, पानी भारत का पीते हैं, हवा भारत में लेते हैं, ऐसे में अगर ये पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हैं तो उन्हें यहां क्यों रहने देना चाहिए। चीन में लोग देश के खिलाफ बोलने से डरते हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि देश के गद्दारों से निपटने के लिए वह सख्त कानून लेकर आएं।
बता दें अमूल्या नाम की इस लड़की को ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया। जिस तरह से असदुद्दीन ओवैसी के मंच से अमूल्या ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे, उसके बाद उसके घर पर रात में तोड़फोड़ की भी खबर सामने आई थी। गौरतलब है कि ओवैसी बेंगलुरू के फ्रीडम पार्क में सीएए विरोधी रैली में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान वहां यह लड़की मौजूद थी जो छात्र नेता बताई जा रही है।
इस घटना के बाद आरोपी लड़की के पिता ने कहा कि अमूल्या ने जो किया वह गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसे घेर रखा था। जिस वक्त उसने यह बयान दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लड़की को आखिर माइक क्यों दिया गया था? क्या उसे सीएए-विरोधी रैली को संबोधित करने के लिए मंच पर बुलाया गया था या वह अचानक मंच पर पहुंची थी। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लड़की के पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की निंदा की थी।
घटना के बाद मंच से लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वह लड़की का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे (नारा लगाने वाली लड़की) ना तो मेरा कोई संबंध है और ना ही मेरी पार्टी का। आयोजकों को उसे यहां नहीं बुलाना चाहिए था। ओवैसी ने कहा, ‘अगर मुझे यह पता होता तो मैं यहां नहीं आता। हमारे लिए भारत जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा। हम अपने दुश्मन देश पाकिस्तान का समर्थन नहीं करते हैं।’