प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस रोज शाहीन उर्दू स्कूल में आ रही है। पुलिस ने वो चप्पल भी जब्त किए हैं जिन्हें दिखाकर नाटक में कहा गया था कि ‘कागज मांगे तो जूते मारेंगे।’ बीदर जेल में बंद 9 साल के बच्चे की मां नजुमुन्निसा ने कहा कि उन्हें नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के बारे में बहुत कम जानकारी है। उन्होंने कहा कि इस कानून के बारे में एक बार टीवी में सुना था। नजुमुन्निसा की बेटी सहित 6 लोगों को एक नाटक के लिए चुना गया था।
बीदर: कर्नाटक के बीदर में एक स्कूल और उसके प्रबंधन के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें 9 साल की एक बच्ची की मां नजुमुन्निसा और दूसरी महिला स्कूल की प्रिंसिपल फरीदा बेगम हैं। 9 साल की ये बच्ची फूट-फूटकर रोने लगी जब उससे पूछा गया कि उसकी मां कहां है। नजुमुन्निसा पर आरोप है कि उन्होंने कक्षा पांच के छात्रों से सीएए के खिलाफ नाटक का मंचन करवाया, जिसमें पीएम मोदी को अपमानित किया गया था। जबकि, इस मामले में नाबालिगों से पूछताछ करने का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस रोज शाहीन उर्दू स्कूल में आ रही है। पुलिस ने वो चप्पल भी जब्त किए हैं जिन्हें दिखाकर नाटक में कहा गया था कि ‘कागज मांगे तो जूते मारेंगे।’ बीदर जेल में बंद 9 साल के बच्चे की मां नजुमुन्निसा ने कहा कि उन्हें नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के बारे में बहुत कम जानकारी है। उन्होंने कहा कि इस कानून के बारे में एक बार टीवी में सुना था। नजुमुन्निसा की बेटी सहित 6 लोगों को एक नाटक के लिए चुना गया था।
नजुमुन्निसा ने कहा कि उनकी 9 साल की बेटी ने जो टीवी पर सुना उसे नाटक में दोहराने का निर्णय लिया। घर पर भी कई बार इस नाटक के लिए अभ्यास किया। वहीं, पुलिस का कहना है कि नजुमुन्निसा को कक्षा 5 की छात्रा के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया है, जिसमें उसने कहा था कि उसकी मां ने पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी। बच्ची ने कहा था कि मां (नजुमुन्निसा) ने ही नाटक में ‘जूते मारेंगे’ बोलने के लिए कहा था। दूसरी तरफ प्रिंसिपल फरीदा बेगम का कहना है कि उन्हें नहीं पता है कि प्ले में बच्चे क्या कहने वाले थे। उन्होंने कहा कि नजुमुन्निसा ने क्या तैयार किया था, उनको इसकी जानकारी नहीं है।
शाहीन ग्रुप के स्कूल के बच्चों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक नाटक का मंचन किया था, जिसमें कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को अपमानित किया गया था। सामाजिक कार्यकर्ता नीलेश रक्ष्याल की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल और उसके प्रबंधन के खिलाफ ये मामला दर्ज किया था। इस शिकायत में कहा गया है कि नाटक में छोटे-छोटे बच्चे इस तरह से बात करते नजर आए कि सीएए-एनआरसी के लागू होने से मुसलमानों को देश से बाहर निकाल दिया जाएगा। इस नाटक में एक बच्ची अपनी बात करते हुए पीएम मोदी के खिलाफ असभ्य भाषा बोलती नजर आई। इस नाटक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।