बेंगलुरु : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले एक फ्लैट से हजारों वोटर आईडी कार्ड मिलने से हड़कंप मच गया है। मंगलवार (8 मई) को बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में स्थित एक फ्लैट से 9,746 वोटर आईडी कार्ड मिले। सभी आईडी कार्ड को छोटे बंडलों में बांधकर रखा गया था। हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा हुआ था। यह इलाका राज राजेश्वरी निवार्चन क्षेत्र में पड़ता है। खास बात यह है कि खुद चुनाव आयोग की टीम ने इस फ्लैट से यह वोटर आईडी कार्ड बरामद किये हैं। आयोग ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराया है और इस मामले की जांच भी शुरू हो गई है।
बेंगलुरु में चुनाव आय़ोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। संजीव कुमार ने बतलाया कि इस फ्लैट से पांच लैपटॉप और प्रिंटर भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि बरामद किेये गये सभी वोटर आईडी कार्ड असली हैं। बताया जा रहा है कि पार्क व्यू अपार्टमेंट में यह फ्लैट स्थित है। यह फ्लैट मंजुला नानजामरी का है। रंगराजू नाम के एक शख्स ने इस फ्लैट को किराये पर ले रखा था।
जिस इलाके में ये वोटर कार्ड पाए गए हैं वो बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाका है। यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि राज राजेश्वरी में 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है। पिछली बार रिवीजन के दौरान 28 हजार 825 नाम जोड़े गए थे। इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे। इस दौरान 8817 लोगों का नाम हटाया भी गया था।
संजीव कुमार ने कहा कि वह खुद इस घर में गए और उन्हें यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए। इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था। हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था।
संजीव कुमार ने बताया कि उस फ्लैट में पांच लैपटॉप और प्रिंटर भी थे। इसके अलावा 2 स्टील ट्रंक भी मौजूद थे। निर्वाचन अधिकारी ने दावा किया कि वहां पाए गए वोटर आईडी कार्ड असली थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक यह फ्लैट मंजुला नंजामुरी के नाम पर है और फिलहाल इसमें राकेश नामक युवक किराए पर रहता है। बताया जा रहा है कि वह एक चुनावी उम्मीदवार का करीबी है। चुनाव अधिकारियों ने निष्पक्ष चुनावों का आश्वासन दिया है।