बेंगलुरु: उपचुनावों में जीत से उत्साहित कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने मंगलवार को कहा कि वे भाजपा के खिलाफ 2019 लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ेंगे। दोनों नेताओं ने चुनावी सफलता का श्रेय कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन की नीतियों को दिया। गठबंधन ने शनिवार को हुए उपचुनावों में दो लोकसभा सीटों और दो विधानसभा सीटों पर कब्जा किया। कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से बात करते हुए जद (एस) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को समर्थन देने पर जनता का आभार जताया और कहा कि दोनों पार्टियां आगामी लोकसभा चुनावों में राज्य की सभी 28 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी।
कुमारस्वामी ने कहा, “हम 2019 का लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ेंगे। जैसा कि हमने इस बार किया, हम एक साथ बैठकर समन्वित तरीके से लोकसभा चुनाव लड़ने की रणनीति बनाएंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने जनता की भलाई के लिए कई कदम उठाए जो लागू होने के चरण में हैं।” उन्होंने कहा कि लोगों को हमारी नीतियां पसंद आई हैं, चाहे वह फसल ऋण माफी हो या सड़क पर रेहड़ी लगाने वालों को वित्तीय मदद हो।
एक अलग संवाददाता सम्मेलन में राव ने कहा कि उनकी दमदार जीत इस बात का संकेत है कि कर्नाटक की जनता ने गठबंधन सरकार की नीतियों को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, “उसने (जनता) भाजपा, उसकी विभाजनकारी राजनीति और तानाशाही प्रवृत्ति को खारिज किया है। हम 2019 चुनाव मिलकर लड़ेंगे।” राव ने भाजपा पर एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों को भूलने का आरोप लगाया। राव ने कहा, “सत्ता की भूखी भाजपा ने विपक्षी दल के रूप में अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। उन्होंने नैतिकता और नीति शास्त्र को नजरअंदाज किया, जिसके कारण उन्हें चार जगहों पर हार का सामना करना पड़ा, जबकि शिमोगा में उनकी जीत का अंतर बहुत कम हो गया।”
रामनगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाली अनिता कुमारस्वामी ने जीत का श्रेय अपने मुख्यमंत्री पति कुमारस्वामी, अपने ससुर तथा पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा और कांग्रेसी नेताओं के निरंतर प्रयासों को दिया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, ‘”बेल्लारी में नरक चतुर्दशी का अर्थपूर्ण जश्न। लोगों का अंधेरे से उजाले की तरफ मार्च। कर्नाटक की जनता को दीपावली की शुभकामनाएं।”