सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहे उत्तर प्रदेश के कासंगज में लगातार तीसरे दिन बवाल जारी है। रविवार की सुबह उपद्रवी तत्वों ने एक दुकान में आग लगा दी। पिछले दो दिनों से कासगंज में कर्फ्यू लागू है, पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं, लेकिन हिंसा और आगजनी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
इस बीच आजतक से इक्स्क्लूसिव बात करते हुए कासगंज हिंसा पर SP सुनील सिंह ने हिंसा की वारदातों के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की इसके पीछे राजनीतिक साज़िश हो सकती है।
तिरंगा यात्रा निकाल रहे लोगों ने की थी भड़काऊ नारेबाजी
SP सुनील सिंह ने साथ ही गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने वाले तत्वों के बारे में भी अहम खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा निकाल रहे लोगों ने एक खास जगह पहुंचकर कुछ भड़काऊ नारेबाजी की, जिसके चलते झगड़ा शुरू हुआ और हिंसा भड़क उठी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा त्वरित कारणों से भड़की, लेकिन उसके बाद फैलाई जा रही हिंसा के पीछे कोई राजनीतिक साजिश है।
ड्रोन से की जा रही कासगंज की निगरानी
कासगंज में हिंसा भड़कान वाले संदिग्ध उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। कासगंज हिंसा की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए अलीगढ़ से ड्रोन कैमरा टीम को बुलाया गया है। बिलराम गेट, सोरों गेट, सहावर गेट, नदरई गेट सहित शहर के संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।
गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो गुटों में हुई झड़प के बाद अब भी इलाके में तनाव बना हुआ है। पूरे शहर में धारा 144 लागू करने के साथ ही कई इलाकों और नेटवर्क की इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई हैं। हालांकि हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।
अब तक 50 गिरफ्तार, एटा DM ने बताया साजिश
मौके का जायजा लेने पहुंचे एटा के DM आरपी सिंह ने बताया कि अब तक हिंसा फैलाने के आरोप में नामजद 9 लोगों सहित अब तक कुल 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरपी सिंह ने कहा कि इन सबके पीछे कुछ लोग हैं, हमने उनमें से कुछ की पहचान कर ली है।
उन्होंने बताया कि रविवार को हुई हिंसा की किसी घटना में एक भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ है। उनका कहना है कि इस सबके पीछे साजिश हो सकती है, हालांकि मुझे इस बारे में नहीं मालूम है।
इससे पहले कर्फ्यू लगाने और भारी सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद शनिवार को भी कासगंज हिंसा की आग में जलता रहा। उपद्रवियों ने बसों और कई अन्य वाहनों में आग लगा दी थी।
हालात काबू में होने का दावा
दूसरी ओर एडीजी आनंद कुमार ने शनिवार को दावा किया था कि कासगंज में शुक्रवार के बाद कोई हिंसा नहीं हुई है। किसी के जान का कोई नुकसान नहीं हुआ है। उनका कहना था कि कुछ उपद्रवी तत्वों ने शनिवार को चंदन के दाह संस्कार के बाद एक बस में आग लगाने की कोशिश की। एक झोपड़ी जलाने की कोशिश की। लेकिन इसे कंट्रोल कर लिया गया है। उपद्रवी तत्वों की तरफ से अफवाह फैलाने की कोशिश हुई है। सोशल मीडिया में भी अफवाह फैलाने की कोशिश की गई है, लेकिन इसे सफलतापूर्वक रोका गया है।
हिंसा पर अखिलेश यादव का बयान
कासगंज की घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि गणतंत्र दिवस पर ऐसी घटना दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि सरकार को कासगंज में अमन चैन का माहौल कायम करना चाहिए।
मृतक के पिता की गुहार
हिंसा में शुक्रवार को दम तोड़ने वाले युवक चंदन गुप्ता के पिता द्वारा जिन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है, उनमें से भी तीन लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। उपद्रवियों में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
इस बीच इलाके के IG का अजीब बयान आया है। आजतक की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और जब आजतक ने इलाके के IG संजीव गुप्ता से दोबारा हिंसा भड़कने के बारे में पूछा तो उनका जबाव था कि ये अराजक तत्व हैं, अराजक तत्व मजा लेने के लिए इस तरह का कार्य कर रहे हैं।
उपद्रवियों ने की आगजनी
वहीं, मृतक चंदन यादव की अंत्येष्टि के बाद दूसरे दिन उपद्रवियों ने कहर बरपाते हुए कई दुकानों में लूट पाट कर आग के हवाले कर दिया है। साथ ही बसों में भी आग लगाई गई है। मौके पर प्रशासनिक आला अधिकारी मौजूद हैं। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा है।
शनिवार की सुबह कर्फ्यू में ढील देने की बात से इनकार करते हुए संजीव गुप्ता ने कहा कि जो भी हिंसा फैलाता मौके पर मिलेगा, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी। हालांकि वह यह भी कह गए कि अगर कोई खाली स्थान देखकर छोटी गुमटी में आग लगा देता है तो उसके लिए क्या किया जा सकता है।