कासगंज : उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गरीबी से त्रस्त शख्स ने फांसी लगाकर जान दे दी। शनिवार सुबह उसका शव जंगल में पेड़ से लटकता मिला। प्राथमिक जांच में पुलिस ने भी आत्महत्या की आशंका जताई है। बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार ने पांच दिनों से कुछ नहीं खाया था। ऐसी हालत में परिवार की गरीबी से परेशान होकर शख्स ने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया।
मृतक की पहचान बिलराम इलाके महेशपुर रोड के रहने वाले पूरन सिंह के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि पूरन सिंह काफी वक्त से बेरोजगार था और अपनी पत्नी तथा बच्चों के पालन-पोषण में असमर्थ था। घर में राशन न होने की वजह से परिवार के भीख मांगने की नौबत आ गई थी। मृतक की 9 वर्षीय बेटी गुड़िया ने बताया कि उसके पिता नौकरी की तलाश में दिल्ली गए थे लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। वापस आने के बाद वह नहा-धोकर घर से बाहर गए थे। बाद में उनका शव जंगल में से बरामद किया गया।
गुड़िया ने बताया कि पिछले पांच दिन से उसने कुछ नहीं खाया है। उन्होंने बताया, ‘मैं बीमार हूं लेकिन दवा या भोजन के लिए पैसे नहीं है।’ कासगंज की नायब तहसीलदार कीर्ति चौधरी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि घटना के बारे में उन्हें किसी ने जानकारी नहीं दी थी लेकिन आपूर्ति अधिकारी की मदद से पीड़ित परिवार को तत्काल राशन उपलब्ध कराया गया है।
वहीं कासगंज पुलिस के पीआरओ ने बताया कि पूरन ड्रग अडिक्ट था और उसके शव परीक्षण की रिपोर्ट बताती है कि इसके पेट में खाना था। कासगंज के जिलाधीश चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार के घर में राशन न होने की जांच की जा रही है लेकिन प्राथमिक जांच में पाया गया कि परिवार ने 5 अगस्त को राशन लिया था।