नई दिल्लीः जम्मू के कठुआ जिले में गैंगरेप की शिकार हुई आसिफा का परिवार इस कदर डर गया है कि वह अपना घर छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चला गया है। बताया जा रहा है कि पीड़िता आसिफा का परिवार मंगलवार से गायब है, जब जम्मू बार एसोसिएशन ने जम्मू कश्मीर पुलिस पर मामले की जांच में धांधली का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था।
मीडिया में आ रही रिपोर्टों के अनुसार, आसिफा के पिता मुहम्मद यूसुफ पुजवाला अपनी पत्नी, दो बच्चों और अपने पालतू पशुओं के साथ घर छोड़कर जा चुका है। इससे पहले खबरें आ रही थी कि परिवार अगल माह कश्मीर जाने की योजना बना रहा है।
जम्मू के कठुआ जिले के रसाना गांव में रहने वाले सांजी राम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को इलाके से निकालना चाहता था। इसके लिए सांजी राम ने अपने भतीजे के साथ मिलकर आसिफा के अपहरण की साजिश रची। बीती 10 जनवरी को जब आसिफा अपने घोड़े को ढूंढ रही थी, तभी आरोपी सांजी राम का भतीजा और उसका एक साथी आसिफा के घोड़े को ढूंढने में मदद की बात कहकर आसिफा का जंगल में ले गए।
इसके बाद दोनों ने आसिफा के साथ बलात्कार करने की कोशिश की और आसिफा के एक मंदिर में बंद कर दिया। इसके बाद आरोपी आसिफा को ड्रग्स देते रहे और नशे की हालत में उसका बलात्कार करते रहे।
इसमें सांजी राम का बेटा और रिश्वत देकर इस मामले में शामिल किए गए 2 पुलिसकर्मी भी शामिल थे। 4-5 दिनों तक गैंगरेप करने के बाद आरोपियों ने 13 जनवरी को आसिफा की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी और उसके शव को गांव के नजदीक जंगल में फेंक दिया। 17 जनवरी को आसिफा का बॉडी जंगल से बरामद हुई।
बुधवार को श्रीनगर में जेएनयू की उपाध्यक्ष शहला रशीद के नेतृत्व में एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान शहला रशीद ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी गंदी राजनीति जम्मू कश्मीर से दूर रखें। हम एक और गुजरात नहीं होने देंगे।
वहीं आरोपियों का समर्थन करने वाली बार एसोसिएशन की आलोचना करते हुए शहला रशीद ने कहा कि क्या इन कथित वकीलों के बच्चे नहीं हैं? क्या इन्हें एक बच्ची के साथ ही सहानुभूति नहीं है? विरोध प्रदर्शन के दौरान मांग की गई कि यह केस कठुआ से बाहर ट्रांसफर किया जाए, ताकि मामले की जांच बिना किसी दबाव के पूरी हो सके।