इंदौर : पुलिस ने शहर के बहुचर्चित कविता रैना हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। बुटीक चलाने वाले महेश बैरागी ने कविता की हत्या की। मुसाखेड़ी क्षेत्र में आईडीए के मकान में इस घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस को इस मामले में अभी कुछ और लोगों पर संदेह है।
पुलिस ने आज इसका खुलासा मीडिया के सामने किया। पुलिस के अनुसार ज्यादती के इरादे से महेश विता को अपनी दुकान में ले गया। वह कविता को ब्लैकमेल करना चाहता था। कविता ने जब इससे इंकार किया तो उसने कविता की हत्या कर दी। आरोपी पहले भी ब्लू फिल्म मामले में पकड़ा जा चुका है। महेश बैरागी वही व्यक्ति है जो कविता के मोहल्ले में ही रहता है। हत्या के बाद यही वीडियो फुटेज भी तलाश रहा था। कविता रैना इसकी दुकान पर ही सूट लेने गई थी।
बैरागी कविता से पहले से संपर्क में था। पुलिस के अनुसार उसकी पहले दिन से ही कविता पर गलत नजर थी।जब उसने कविता के साथ बुरा काम करने का प्रयास किया तो कविता ने इसका विरोध किया। इसके बाद उसने रॉड से कविता के सर पर मारा । इसके बाद उसने कविता के शरीर के तीन तुकड़े कर तीन इमली चौराहे पर फेंक दिए। उसने दिशा भटकाने के लिए अपनी गाडी नवलक्खा स्टैंड पर खड़ी की। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार जप्त कर लिए हैं। आरोपी ने कविता के कपड़े जला दिए थे।
2009 में बैरागी की मौसी की लड़की रेखा गायब हुई थी। वह कविता को बरगलाकर अपने फ्लैट पर लेकर गया था। इच्छा पूरी नही होने पर उसने कविता को मार डाला। पुलिस ने कहा इस पूरे मामले के पुख्ता सबूत हैं।अारोपी अपराध करने के बाद घूमता रहा। इस मामले का खुलासा 120 दिन में हुआ । बताया जाता है कि कविता और महेश अलग – अलग वाहन पर सूट लेने गए थे।
टुकड़ो में मिली थी लाश
मित्र बंधु नगर निवासी कविता का शव छह अलग-अलग टुकड़ों में बोरी में बंद मिला था। वह श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल में पढ़ रही अपनी बेटी यशस्वी को लेने बस स्टाप की ओर निकली थी, लेकिन वहां नहीं पहुंच सकी थी। कविता 24 अगस्त से घर से लापता थी और 27 अगस्त को उसका शव मिला था। इलेक्ट्रॉनिक कटर से कविता के शव के 6 टुकड़े कर दिए थे. इसके बाद इन्हें प्लाटिक की दो बोरियों में बंद कर तीन इमली क्षेत्र में पुलिया के नीचे नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने लाश को जब्त करने के बाद इसके हिस्सों को जोड़ कर शव की शिनाख्त की थी। पुलिस ने पति और सास का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया था। शव मिलने के बाद परिजनों और लोगों ने करीब 1 घंटे तक चक्काजाम किया था।
जबरदस्ती फंसाया
पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में उस समय अजीबोगरीब स्िथति बन गई जब आरोपी बैरागी नकाब निकाल कर चिल्लाया कि उसे जबरदस्ती फंसाया जा रहा है। इसके बाद पुलिस जवानों ने फ़ौरन उसे बल पूर्वक काबू करके दूसरे दरवाजे से निकाला।