खंडवा : तीर्थनगरी ओंकारेश्वर के ओंकार घाट के समीप चट्टानों पर तेज बहाव में स्नान करने के दौरान इंदौर निवासी 15 वर्षीय धनराज पिता बिरेन्द्र सिंह डांगी नर्मदा जी में डुबा।
यह अपने मित्रों और 17 वर्षीय बड़े भाई के साथ ओंकारेश्वर आया था। घटना करीब 4 बजे की है।
घटना के बाद स्थानीय पुलिस व तहसीलदार उदय मंडलोई घटना स्थल पर पहुचे। जलस्तर अधिक व तेज बहाव में गोताखोर भी युवक की तलाश नही कर पाये।
तीर्थनगरी मे आये दिन लगातार डुबने की घटनाएं होती रहती है। स्नान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के हिसाब से यहाँ केवल स्नान के लिए घाट आरक्षित होने चाहिए।
ओंकारेश्वर मे मुख्य व्यवस्थित कुल 6 घाट है। जिनमे कोटीतीर्थ घाट, चक्रतीर्थ घाट, केवलराम घाट,गौमुख घाट,नागर घाट, ब्रम्हपुरी घाट इनमे से कुछ घाटों को सुरक्षा की दृष्टि से सिर्फ स्नान के लिए ही आरक्षित किया जाना चाहिए।
इन मुख्य घाटो पर श्रद्धालुओं के लिए स्नान की जगह नही होने के कारण मजबुरी वश अंजान तीर्थयात्री इधर उधर एंकात मे स्नान करने को मजबूर होते है। ओर इस प्रकार से डुबने जैसी घटना दुर्घटना का शिकार भी हो जाते है।
ओंकारेश्वर मे वर्ष 2021 मे भी कई लोगों की डुबने से मौत हुई। निरजंनी अखाड़ा हरिद्वार के संत दिलिपगीरी महाराज ने कहा की हरीद्वार जैसे तीर्थ मे गंगा मैय्या का यहाँ से चार गुना अधिक तेज बहाव रहता है। जहाँ पुरे वर्ष मे कभी कोई डुबने जैसी घटना नही होती है। प्रशासन द्वारा यहाँ के स्नान के मुख्य घाटों पर सुरक्षा प्रंबध कर रखे हैं। ओंकारेश्वर जैसे तीर्थ मे भी शासन प्रशासन को यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए यहाँ व्यवस्थाओं मे काफी सुधार लाने की गुंजाइश है।