खंडवा : खंडवा में हुई भारी बारिश से तबाही के बाद लोगों ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं। आफत की बारिश में आशापुर और आसपास के गांव में पानी घुस जाने से लोगों का सारा सामान बारिश के पानी में बह गया। ऐसे में सोशल मीडिया पर बने इस समूह ने प्रभावित लोगों को राहत पहुंचने के लिए उन्हें खाने और कपड़े के आलावा सोने के लिए बिस्तर की व्यवस्था की। इस ग्रुप के लोगों ने पीड़ितों के घर जा कर उन्हें राहत सामग्री बांटी ताकि उन्हें इस संकट की घड़ी में कुछ राहत मिल सकें।
खंडवा में लगातार बारिश होने की वजह से आशापुर की अग्नि नदी में बाढ़ जैसी स्थिति के चलते लगभग 200 मकान जल मग्न हो गए थे। पानी में डूबने के कारण इन घरों में रहने वाले लोगों के पास अब खाने और सोने की व्यवस्था भी नहीं बची थी। इधर प्रशासन ने भी प्रभावितों को मदद देने की बात कही थी। लेकिन प्रशासन की मदद से पहले ही खंडवा के कुछ लोगों ने सोशल मीडिया की मदद से रितेश कपूर और अंकिता शर्मा ने आकस्मिक सहायता ग्रुप बना कर प्रभावितों की मदद के लिए आगे आए। फेसबुक और व्हाट्सएप पर लोगों ने सामग्री इकट्ठा कर सुबह से प्रभावितों के पास जा कर उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया। आकस्मिक सहायता ग्रुप ने प्रभावितों के लिए खाने पानी के साथ ही पहनने के कपड़े और बिस्तर की भी व्यवस्था कर उन्हें राहत पहुंचने की कोशिश की।
बेतहाशा बारिश के चलते गांव के हालात भी बद से बदत्तर हो चले हैं। गांव वालों की माने तो अभी तक उन्हें किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली हैं। गांव वालों का दर्द इसी बात से समझा जा सकता हैं की पानी तो उतर गया लेकिन अपने पीछे छोड़ गया बर्बादी के निशान और आँखों में आँसू। अब इन प्रभावितों के पास न घर बचा न खाने के लिए दाना। ऐसे में सरकार का रुखा रवैया इनके दुःख को और बढ़ा जाता हैं।
इधर जिला प्रशासन ददावा कर रहा हैं कि वे प्रभावितों तक हरसंभव मदद पंहुचा रहे हैं। लेकिन जमीनीं हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं ऐसे में सवाल भी उठता हैं कि आखिर सरकारी मदद कहा अटकी पड़ी हैं ? फील हाल तो गांव वाले सरकारी मदद के इंतज़ार में हैं।
बेहरहाल अभी इस आकस्मिक ग्रुप की मदद से लोगों को कुछ राहत जरूर मिलेंगी लेकिन इन्हें जल्द ही सरकार मदद नहीं मिली तो इनके हाल बेहाल जरूर हो सकते हैं।