खंडवा :(रिपोर्ट @ निशात सिद्दीकी) नोटबंदी के बाद बैंक में कैश नहीं होने की समस्या के बारे में तो आपने सुना ही होगा लेकिन बैंक कैश रूपये ही न जमा करें ऐसा मामला आप पहली बार सुनेंगे। जी हां खंडवा में बैंक ऑफ़ इंडिया की मंडी साखा के मैनेजर ने व्यापारियों से 10 रूपये के नोट के बंडल लेने से इंकार कर दिया। बैंक में पैसे जमा नहीं होने से जब व्यपारी को परेशानी का सामना करना पड़ा तो उसने बैंक मैनेजर का वीडियो बना कर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद अब बैंक मैनेजर इस मामले पर बात करने से बच रहा हैं।
खंडवा की बैंक ऑफ़ इंडिया की मंडी साखा के मैनेजर राजेंद्र दुधे ने बैंक के रेगुलर खातेदारों से 10 रूपये के नोट के बंडल लेने पर रोक लगा दी। परेशान व्यापरियों ने रूपये जमा करने के लिए बैंक मैनेजर से लाख मिन्नतें की पर उन्होंने 10 रूपये लेने से साफ इंकार कर दिया।
कॉस्मेटिक का व्यापार करने वाले राहुल परचानी ने तेज़ न्यूज़ को बताया की नोटबंदी के बाद व्यापर में वैसे गिरावट थी ऊपर से बैंक मैनेजर 10 रूपये के एक हजार रूपये की एक गड्डी के जमा करने पर पहले 10 एक्स्ट्रा लेते थे पर अब उन्होंने वो भी बंद कर 10 रूपये के नोट जमा करने से ही इंकार कर दिया है। ऐसे में व्यपारियों को दिए चेक और ऑडर केंसिल हो जायँगे जिस से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
इस से परेशान हो कर राहुल परचानी ने बैंक मैनेजर की शिकायत रीजनल ऑफिस में की जब वहा से भी उसे सही जवाब नहीं मिला तो परेशान हो कर उसने बैंक मैनेजर का वीडियो बना कर उसे वायरल कर दिया। व्यपारी का कहना हैं की उसने अब सीएम हेल्प लाइन पर भी बैंक मैनेजर की शिकायत कर दी हैं।
इस वायरल वीडियो में बैंक मैनेजर 10 के नोट लेने से इंकार कर रहा है। मैनेजर पैसे जमा नहीं करने के पीछे आरबीआई हवाला दे रहा है। वायरल वीडियो में बैंक मैनेजर साफ कहता नजर आ रहा है की बैंक में 10 रूपये के नोट रखने की जगह नहीं है। मैनेजर वीडियो में यह भी कहता नजर आ रहा है की लगभग साढ़े पांच करोड़ रूपये के नोट अभी तक आरबीआई ने नहीं उठाए हैं की आरबीआई ने इन नोटों को जनवरी माह में ही उठा लेना था।
इतना ही नहीं एक अन्य शक़्कर तेल व्यापारी अमित बलवानी ने भी तेज़ न्यूज़ को बताते हुए बैंक मैनेजर पर कमोबेश इसी तरह के आरोप लगते हुए कहा की उनके साथ भी यही समस्या आ रही है वह रोज दुकान के कर्मचारी को पैसे जमा करने भेजते हैं पर एक दो घंटे लाइन में लगने के बाद उसे केवल इसलिए वापस कर दिया जाता हैं की वह 10 के नोट के बंडल लेकर पैसे जमा करने आया है।
अमित बलवानी ने आरोप लगायाकि पहले जब दिक्कत आई तो उन्होंने स्वयं बैंक जा कर मैनेजर से बात की। मैनेजर ने 10 रूपये के प्रति एक बण्डल पर 10 रूपये अतरिक्त मांगे , व्यपार चलने के लिए उन्होंने बैंक में पैसे जमा करने के किये अतिरिक्त शुल्क भी दिया पर अब बैंक मैनेजर ने 10 रूपये के नोट जमा करने से ही मन कर दिया।
इस मामले में जब जब बैंक मैनेजर से पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बात करने से ही इंकार कर दिया।