खंडवा : पद्मभूषण पंडित भगवंतराव मंडलोई की 40 वीं पुण्यतिथि पर घंटाघर स्थित उनकी प्रतिमा के समीप श्रद्धांजलि सभा का आयोजन संपन्न हुआ जिसमें सुरमयी श्रद्धांजलि संगीत के माध्यम से मनोज जोशी एवं साथियों द्वारा भजन प्रस्तुति के साथ दी गई। तत्पश्चात सभा के मुख्य अतिथि विधायक देवेन्द्र वर्मा और उपस्थितजनों ने काका साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए। विधायक देवेन्द्र वर्मा ने कहा कि आदरणीय मंडलोई जी कर्म निष्ठा एवं हम सब के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।
एक ओर इस भूमि पर किशोर दा ने संगीत के क्षेत्र में, आध्यात्म के क्षेत्र में दादाजी धूनीवाले, साहित्य के क्षेत्र में दादा माखनलाल जी ने खंडवा को एक नई दिशा प्रदान की वहीं विकास एवं राजनीति के क्षेत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहकर दादा ने भी शहर को कई सौगातें दी है जो आज भी मौजूद है। श्री वर्मा ने कहा कि विकास पुरूष के नाम से काका साहब को पहचाना जाता है और उन्होंने कृषि के क्षेत्र में जहां कृषि महाविद्यालय की सौगात दी वहीं खंडवा नगर की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए भगवंत सागर जैसी सौगात देकर अपने दूर दृष्टि कर्म को निभाया।
हम सभी उनके बताए सिद्धांतों और आदर्शो पर चलकर खंडवा जिले के विकास मार्ग को और ज्यादा प्रशस्त करें। डा. मुनीश मिश्रा ने काका साहब के खंडवा एवं निमाड़ के लिए किए गए कार्यो का उल्लेख किया। साहित्यकार डा. जगदीशचंद्र चौरे, आलोक सेठी व सलीम पटेल ने भी श्री मंडलोई को नमन करते हुए उनके द्वारा किए कार्यो को वर्णन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पद्मभूषण पंडित भगवंतराव मंडलोई की 40 वीं पुण्यतिथि पर घंटाघर स्थित उनकी प्रतिमा के समीप श्रद्धांजलि सभा का आयोजन संपन्न हुआ जिसमें सुरमयी श्रद्धांजलि संगीत के माध्यम से मनोज जोशी एवं साथियों द्वारा भजन प्रस्तुति के साथ दी गई। तत्पश्चात सभा के मुख्य अतिथि विधायक देवेन्द्र वर्मा और उपस्थितजनों ने काका साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए। विधायक देवेन्द्र वर्मा ने कहा कि आदरणीय मंडलोई जी कर्म निष्ठा एवं हम सब के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।
विकास पुरूष के नाम से काका साहब को पहचाना जाता है
एक ओर इस भूमि पर किशोर दा ने संगीत के क्षेत्र में, आध्यात्म के क्षेत्र में दादाजी धूनीवाले, साहित्य के क्षेत्र में दादा माखनलाल जी ने खंडवा को एक नई दिशा प्रदान की वहीं विकास एवं राजनीति के क्षेत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहकर दादा ने भी शहर को कई सौगातें दी है जो आज भी मौजूद है। श्री वर्मा ने कहा कि विकास पुरूष के नाम से काका साहब को पहचाना जाता है और उन्होंने कृषि के क्षेत्र में जहां कृषि महाविद्यालय की सौगात दी वहीं खंडवा नगर की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए भगवंत सागर जैसी सौगात देकर अपने दूर दृष्टि कर्म को निभाया। हम सभी उनके बताए सिद्धांतों और आदर्शो पर चलकर खंडवा जिले के विकास मार्ग को और ज्यादा प्रशस्त करें। डा. मुनीश मिश्रा ने काका साहब के खंडवा एवं निमाड़ के लिए किए गए कार्यो का उल्लेख किया। साहित्यकार डा. जगदीशचंद्र चौरे, आलोक सेठी व सलीम पटेल ने भी श्री मंडलोई को नमन करते हुए उनके द्वारा किए कार्यो को वर्णन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जीवन परिचय
जीवन परिचय : श्री मंडलोई का जन्म 10 दिसंबर 1892 को हुआ था। उनके पिता का नाम पं.अन्नाभाऊ मंडलोई और माता का नत्थूबाई मंडलोई था। उन्होंने मैट्रिक की शिक्षा सागर, बीए जबलपुर और एलएलबी इलाहबाद से किया था।
1917 में वकालत शुरू की। 1919 से 1922 तक नगर पालिका के सदस्य, 1922 से 1925 तक नगर पालिका उपाध्यक्ष, 1925 से 1933 एवं 1944 से 1948 तक अध्यक्ष रहे। 1939 में व्यक्तिगत सत्याग्रह, 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाषण देते हुए घंटाघर चौक से ही गिरफ्तार हुए थे।
1947 में संविधान निर्माण सभा के सदस्य रहे। पुराने और नए मध्यप्रदेश में 1936 में एमएलसी, सन् 1947, 1952, 1957 एवं 1962 में कांग्रेस के विधायक एवं राजस्व, खाद्य-आपूर्ति, स्थानीय शासन, शिक्षा एवं उद्योग विभाग में मंत्री रहे।
1962 में पंडित रविशंकर शुक्ल के निधन के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने। 1970 में राष्ट्रपति ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया।
काका पुण्य स्मरण समिति के प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि पद्मभूषण पं. भगवंतराव मंडलोई पुण्य स्मरण समारोह के तहत 4 नवंबर को जीवन प्रबंधन गुरू पं. विजयशंकर मेहता का एक शाम परिवार के नाम अध्यात्मिक उद्बोधन गौरीकुंज सभागृह में शनिवार शाम आयोजित किया गया है जिसमें अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव, विधायक देवेन्द्र वर्मा, प्रकाश पी शास्त्री के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर सुभाष कोठारी करेंगे।
3 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम में डा. मुनीश मिश्रा, गेहीराम सीतलानी, पार्षद सुनील जैन, सोमनाथ काले, शिवराज मेहता, सलीम पटेल, मनोहर शामनानी, रूपचंद आर्य, ओम आर्य, बीआर भाटे, शांतनु दीक्षित, इकबाल कुरैशी, राजेन्द्र परिहार, मकसूद खान, आसिम पटेल, राजसिंह राठौर, नारायण नागर, गोपाल दीक्षित, कैलाश पटेल, बाबा हासिम, उमेश कपूर, डा. सुभाष जैनी, उमाशंकर शुक्ला, अभिलाष दिवान, महावीर प्रसाद गुप्ता, सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस कार्यक्रम में मंडलोई परिवार के बसंत मंडलोई, मनोज मंडलोई, मीनाक्षी मंडलोई, प्रेमचंद मंडलाई, मनीष व्यास, उमंग मंडलोई, दीपक जोशी, पवन दीक्षित, देवीदास पोद्दार, आनंद जोशी, नारायण जोशी, योगेश मेहता, आनंद व्यास भी उपस्थित थे। पुण्य स्मरण समारोह में मनोज जोशी, दिलीप पटेल व उनके साथियों द्वारा राम धुन के साथ भजनों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन पूर्व पार्षद लव जोशी ने किया एवं आभार राघवेन्द्रराव मंडलोई ने माना।