Viral Video खंडवा : भाजपा नेता का ट्रैफिक पुलिसकर्मी को धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा हैं। यह वीडियो मध्यप्रदेश के खंडवा का बताया जा रहा हैं। इस वीडियो में भाजपा नेता पूरी भाजपा को बुला कर पुलिसकर्मी को धमकाता नजर आ रहा हैं लेकिन लोग सोशल मीडिया पर दबंगता से जवाब देते पुलिसकर्मी की जम कर तरफ कर रहे हैं। वायरल वीडियो की जब पड़ताल की गई तो पता चला कि वीडियो में दिखाई देने वाला शख्स कैलाश राठौर है जो खंडवा भाजपा का नगर अध्यक्ष है वही पुलिसकर्मी की पहचान एएसआई भीम अटकडे के रूप में हुई है। वायरलवीडियो को लेकर दिनभर शहर में चर्चा होती रही।
वायरल वीडियो में भाजपा नेता पुलिस कर्मी से कहता नजर आ रहा है ” कितनी ईमानदारी से करते हो हम को भी मालूम हैं…. भीड़ इकठ्ठा कर दूंगा आप मुझे जानते क्या हो। वहीं पुलिसकर्मी जवाब में नेता जी से कहते नजर आ रहा हैं कर लीजिये भीड़ इकठ्ठा”। नेता जी के तेवर थोड़े और तीखे होते है और वह पुलिसकर्मी को कहते हुए नजर आ रहे है “बना लोगे चालान अभी पूरी बीजेपी को इकठ्ठा करता हूँ ” पुलिसकर्मी ने तुरंत जवाब दिया ” मेरे घर का काम नहीं कर रहा हूँ मेरे घर का काम करूँगा तो पूरी बीजेपी को इकठ्ठा कर लीजियेगा। आसपास कुछ लोग मामले को शांत करते भी नजर आ रहे है। दरअसल पूरा मामला पुलिस की चलानी कार्यवाही का है। शहर में पुलिस चेकिंग लगा कर चलानी कार्यवाही कर रही है ऐसे में इस कार्यवाही की जद में नेता जी भी आ गए। बस फिर क्या था नेता जी का पारा चढ़ गया और लगे धमकाने।
पुलिसकर्मी एएसआई भीम अटकडे से जब हमने इस विषय पर बात की तो उन्होंने कहा “मैं अपनी ड्यूटी कर रहा था इस दौरान एक सख्श बहस करने लगा। ड्यूटी के दौरान इस तरह के हादसे हो जाते है”। वहीं जब हमने बीजेपी के नेता से बात करना चाही तो उनका मोबाईल बंद था। इस मामले में खंडवा बीजेपी प्रवक्ता सुनील जैन ने तेज़ न्यूज़ नेटवर्क को बताया कि भाजपा नेता बहुत ही सौम्य स्वाभाव के व्यक्ति है उनकी इसी बात से खुश होकर विधायक जी ने उन्हें कई बार चुनाव का कार्य सौपा हैं। हो सकता है किसी बात को लेकर गहमागहमी हो गई होगी वार्ना उनका ऐसा स्वाभाव नहीं है।
उधर खंडवा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने तेज़ न्यूज़ नेटवर्क को बताया कि “भाजपा नेता ने अपनी गलती को स्वीकारते हुए लिखित में माफ़ी नामा दिया है। साथ ही एएसआई भीमराव अटकडे से भी माफ़ी मांगी है”। माफ़ी नामे में भाजपा नेता ने लिख कर दिया है की मानसिक दबाव के चलते उन्होंने इस तरह की बहस कर ली थी।
रिपोर्ट @निशात सिद्दीकी/विजय तिर्थानी