खंडवा : 21 जनवरी की रात 8.30 बजे खंडवा एसडीएम अरविंद चौहान व उनकी टीम ने ग्रामीणों की सूचना पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत कंट्रोल दुकानों पर गरीबों को बांटे जाने वाले 250 क्विंटल राशन को छपा मार कर जप्त किया। यह राशन प्रशासन की टीम ने पेठिया निवासी जफर मोहम्मद के गोदाम पर दबिश देकर जप्त किया था। अब इस मामले में 6 लोगों पर एफआईआर हुई है। बड़ी बात यह की यह सारा खेल सरकारी अफसरों की शह पर खेला जाता था। लेकिन अभी तक किसी भी सरकारी कर्मचारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
खंडवा में 250 क्विंटल सरकारी राशन के गेहूं की कालाबाजारी सामने आई थी, 21 जनवरी की रात एसडीएम अरविंद चौहान ने खंडवा के मंछौड़ी रैय्यत गांव के पेठिया में दबिश देकर कार्रवाई थी। एसडीएम की टीम को मौके पर गोदाम में व वहीं पर खड़े ट्रक में लगभग 250 क्विंटल से ज्यादा मात्रा में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में वितरण किए जाने वाला सरकारी गेहूं मिला था । एसडीएम ने कार्रवाई के साथ मौके पर खाद्य विभाग एवं जावर थाने के पुलिस बल को बुलाया और गोदाम सील कर ट्रक जब्त कर जावर थाने के सुपुर्द किया था।मामले में 6 लोगों पर एफआईआर हुई है, इनमें राशन माफिया असलम चौहान समेत उसके भाई, भतीजे, ट्रांसपोर्टर, ट्रक ड्राइवर व गोदाम मालिक शामिल है। पुलिस ने धारा 409, 420 व 120बी के तहत केस दर्ज किया है। इधर, माफिया को संरक्षण देने वाले फूड विभाग के अफसरों पर कोई एक्शन नहीं लिया है।
बतादें कि फूड इंस्पेक्टर सुनिल नागराज को ट्रक की जांच में ट्रक के अंदर ड्राइवर केबिन में चार परिवहन चालान मिले थे। जबकि यह एसडीएम को सर्चिंग में नहीं मिले। इसी चालान के आधार पर फूड विभाग ने कार्रवाई की। जिन सोसायटी पर अनाज भेजा रहा था उनके सैल्समेन, प्रबंधक पर जांच तक नहीं बैठाई। फूड विभाग खुद संदेह के घेरे में हैं। इस मामले में खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिलने कहा कि ऐसे किसी भी शख्स को बक्शा नहीं जाएगा जो गरीब की थाली का निवाले की कालाबाजारी करता हैं। स्थानीय प्रशासन निष्पक्ष कार्यवाही कर रहा हैं।